महाराष्ट्र में अब ठाकरे सरकार अनलॉक-2 की तैयारी शुरू कर चुकी है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए और आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए महाराष्ट्र सरकार अब अनलॉक-2 का खाका तैयार कर रही है। महाराष्ट्र में भले ही कोरोन पीड़ितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हो, लेकिन अब राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार महाराष्ट्र में उद्योग धंधों को शुरू करने के प्रयास में जुट चुकी है, ताकि अनलॉक-2 सफल हो सके। कई सावधानियों के साथ अनलॉक-2 को अमल में लाया जाएगा आइए आपको बताते हैं कि ठाकरे सरकार के अनलॉक-2 में क्या-क्या हो सकता है।
अनलॉक-2 में महाराष्ट्र में 1 जुलाई से राज्य परिवहन की बसों ऑटोरिक्शा, टैक्सी जैसे सार्वजनिक परिवहन के फिर से शुरू होने की उम्मीद है। सरकार इसके जरिए तमाम लोगों को एक शहर से दूसरे शहर भेजने की सहूलियत दे सकती है जो रोजगार के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाना चाहते हैं या लॉकडाउन में एक ही शहर में फंस गए थे, उन्हें दूसरे शहर में जाने की सहूलियत मिल सकती है। हालांकि, यह सहूलियत सख्त पाबंदियों के साथ दी जाएगी।
ऑड-इवेन के फॉर्म्युले पर चलेंगे वाहन
मुंबई, पुणे और अन्य जगहों पर कंपनियां धीरे-धीरे खुलना शुरू हो रही हैं और कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं। ऐसे में उन्हें कार्यस्थल तक पहुंचने के लिए दिक्कत ना हो इसलिए ऑटोरिक्शा और टैक्सी की भी आवश्यकता होगी। ऐसे में इस विषय पर भी सरकार विचार-विमर्श कर रही है कि ऑड और इवेन का फॉर्म्युला अपना करके इस प्रकार से इस समस्या को हल किया जा सकता है।
रेड जोन से बाहर स्कूल खोलने पर विचार
वो इलाके जो रेड जोन में नहीं आते, उन इलाकों में नौवीं दसवीं और बारहवीं के छात्रों के लिए स्कूल खोलने पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा 11वीं कक्षा के लिए भी प्रवेश प्रक्रिया दसवीं के रिजल्ट के बाद शुरू की जा सकती है। जिन इलाकों में स्कूल शुरू नहीं किए जा सकते हैं उन इलाकों में टाटा स्काई और जियो के माध्यम से शिक्षा का पायलट प्रॉजेक्ट बना करके उस पर काम किया जाएगा। यह भी तय किया जाएगा कि क्या शहर के विभिन्न मॉल में मौजूद दुकानें वैकल्पिक (अल्टरनेट) रूप से शुरू की जा सकती हैं।
अनलॉक-2: महाराष्ट्र में क्या-क्या शुरू करने पर विचार
1. जुलाई के महीने से अंतर-जिला एसटी शुरू करने पर विचार।
2. सख्त नियमों के साथ मुंबई-पुणे के लिए एसटी शुरू करने का प्रयास।
3. ऑड-इवन फॉर्म्युला के तहत ऑटोरिक्शा और टैक्सियां शुरू करने पर विचार।
4. 9 वीं, 10 वीं, 12 वीं के स्कूल-कॉलेज जुलाई से शुरू किये जा सकते हैं जो रेड जोन में नही आते हैं
5. अगस्त महीने से 6वीं से 8वीं के विद्यार्थियों के स्कूल शुरू हो सकते हैं।
6. स्कूल प्रबंधन समिति के अनुमोदन पर पहली और दूसरी कक्षा की पढ़ाई शुरू करने पर विचार हो सकता।
7. 10वीं के परिणाम के बाद कक्षा 11 वीं की पढ़ाई शुरू करने की योजना।
8. जहां स्कूल नही होंगे वहां टाटा स्काई, जियो की मदद से पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया जायेगा।
9. एक दूसरे के यहां जाने पर स्थानीय या रिश्तेदारों के लिए सख्त नियमों का पालन।
10. रेड ज़ोन से अन्य ज़ोन संक्रमित न हो इसपर विशेष ध्यान।
11. कंटेनटमेंट जोन की नियमित जांच और सैनिटाइजेशन पर दिया जाएगा ध्यान।
12. मॉल में अंदर दुकानों को वैकल्पिक दिनों में खोलने पर विचार।
13. केंद्र की अनुमति मिलने पर लोकल ट्रेनों की शुरुआत।