शमी ने भारतीय विकेटकीपर दीपदास गुप्ता से एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं दूसरी पारी में खेल का इस्तेमाल बहुत होशियारी से करता हूं। जैसे हाल ही में हम विशाखापत्तनम (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) में खेले थे, जहां मुझे पांच विकेट मिले, पिच काफी बेजान थी और जरूरी उछाल भी नहीं मिल रहा था।’ दक्षिण अफ्रीका के 2017-18 दौरे पर शमी ने अपने 15 में से 12 विकेट दूसरी पारी में लिए थे।
उन्होंने कहा, ‘आपको परिस्थितियों का चालाकी से उपयोग करने की जरूरत होती है। मैं आमतौर पर दूसरी पारी में ज्यादा जोश मे होता हूं जब दूसरे खिलाड़ी थक जाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आम तौर पर दूसरी पारी के समय तक हर कोई मैदान पर तीन दिन बिता चुका होता है। मैं डीजल इंजन की तरह हूं जो पेट्रोल इंजन की तुलना में पिक अप लेने में थोड़ा समय लेता है। मैं हर किसी के थकने का इंतजार करता हूं। टेस्ट में आपके पास पांच दिनों का समय होता है, जब सब थक जाते है तब मैं अपना स्तर ऊंचा करता हूं।’
शमी ने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय तेज गेंदबाजी इकाई में काफी गहराई है और यह मौजूदा समय में दुनिया की सबसे अच्छी गेंदबाजी टीम है। शमी के अलावा भारतीय टेस्ट टीम में इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाज हैं।
उन्होंने कहा, ‘आप और दुनिया के बाकी सभी लोग इस बात से सहमत होंगे कि किसी भी टीम के पास पैकेज के रूप में कभी भी पांच तेज गेंदबाज नहीं हैं। सिर्फ अब ही नहीं, क्रिकेट के इतिहास में यह दुनिया की सबसे अच्छी तेज गेंदबाजी इकाई हो सकती है।’ शमी ने यह भी खुलासा किया कि नयी गेंद से गेंदबाजी के मामले में कप्तान विराट कोहली यह फैसला तेज गेंदबाजों पर छोड़ देते है। उन्होंने कहा, ‘हम कोहली से इस बारे में पूछते हैं लेकिन आम तौर पर वह कहते हैं कि इसका फैसला हम गेंदबाज ही करें।’