से जारी तनाव के बीच पर बड़ा सायबर हमला हुआ है। सायबर अपराधियों ने इस दौरान सरकारी, औद्योगिक, राजनीतिक संगठन, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी वेबसाइट्स को निशाना बनाया। ऑस्ट्रेलिया ने किसी दूसरे देश पर हमले का शक जताया है लेकिन सीधे तौर पर चीन का नाम नहीं लिया है।
हाल के दिनों में आई तेजी, चीन का नहीं लिया नाम
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिशन ने कहा कि हमारे देश पर सायबर हमला कोई नई बात नहीं है लेकिन हाल के दिनों में इसमें काफी तेजी देखी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सायबर हमले के तरीके से साबित होता है कि इसे किसी देश की ओर से किया गया है। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर चीन का नाम लेने से इनकार कर दिया।
पीएम बोले- डर नहीं, लोगों को आगाह कर रहे
मॉरिशन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सायबर हमलों को लेकर अपने सहयोगी देशों के साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें इन हमलों से डर नहीं है बल्कि हम लोगों को आगाह कर रहे हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया पर सायबर हमलों के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने साथ मिलकर खोज अभियान भी शुरू कर दिया है।
ऑस्ट्रेलिया और चीन में तनाव चरम पर
कोरोना वायरस को लेकर ऑस्ट्रेलिया के सवालों से नाराज चीन ने आर्थिक रूप से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हाल में ही चीनी सरकार ने अपने नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया न जाने की सलाह जारी की थी। इतना ही नहीं चीन ने ऑस्ट्रेलिया से आयात होने वाले कई सामानों पर बैन भी लगाया है।
ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को चीन ने सुनाई मौत की सजा
पिछले हफ्ते ही चीन ने नशीले पदार्थों की तस्करी के शक में एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को मौत की सजा सुनाई थी। जिसके बाद दोनों देशों में तनाव और चरम पर पहुंच गया था। ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब मे चीन के मुस्लिम बहुल शिनजियांग और हॉन्ग कॉन्ग में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया था।