कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पार्टी के संगठन को फिर से मजबूत बनाने की बात करते हुए शनिवार को राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह दोबारा पार्टी की कमान संभालें। इसके साथ ही सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर नरम रवैया रखने वाले कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा और सवाल किया कि जो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के आक्रामक रुख का समर्थन नहीं कर सकते, वो पार्टी में क्यों हैं?
उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमले से परहेज करने वाले कुछ कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस में कौन लोग हैं जो प्रधानमंत्री मोदी को लेकर नरम रहने की पैरवी करते हैं? उनके पास यह साहस होना चाहिए कि वे पार्टी के भीतर अथवा सार्वजनिक तौर पर अपनी बात रखें। सिंह ने कहा, मैं निजी तौर पर राहुल जी और प्रियंका जी के आक्रामक रुख का समर्थन करता हूं। वे भारत और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय हित के मुद्दों को उठा रहे हैं। अगर कांग्रेस में कुछ नेता इसकी सराहना नहीं करते तो फिर वे कांग्रेस में क्यों हैं?
चिदंबरम जेल जाने के बाद भी नहीं डरे
दिग्विजय सिंह ने कहा, मैं चिदंबरम जी की सराहना करता हूं कि झूठे आरोप में जेल जाने के बाद भी वह नहीं झुके। सिंह के मुताबिक, कांग्रेस नेतृत्व को संगठन के निर्माण की चुनौती हाथ में लेनी चाहिए। हमें राहुल जी और प्रियंका जी के बहुआयामी नेतृत्व की जरूरत है। सिंह ने कहा मुझे भरोसा है कि दोनों में यह दम और साहस है कि वे मोदी-शाह की जोड़ी का मुकाबला कर सकते हैं।
गांधी परिवार को नहीं धमका सकते मोदी-शाह
सिंह ने कहा कि यह गलत धारणा है कि पीएम मोदी और अमित शाह ईडी, आयकर और सीबीआई के जरिए गांधी-नेहरू परिवार को डरा-धमका सकते हैं। यह परिवार अंग्रेजों से निडर होकर लड़ा और वर्षों जेल में रहा। ये लोग बहुत बहादुर हैं, इसलिए मोदी-शाह जी किसी भ्रम में मत रहिए।
बुजुर्ग और नौजवान सभी देंगे साथ
कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने कहा, राहुल गांधी जी आप पार्टी का नेतृत्व करें। पूरी कांग्रेस पार्टी, चाहे बुजुर्ग हों या नौजवान, सभी आपके पीछे खड़े हैं और आप लोग जो चाहेंगे वो कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं।