प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली-एनसीआर की कई टूर एंड ट्रैवल्स कंपनियों और उसके चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) के खिलाफ छापेमारी में 3.57 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। कंपनियों पर यह छापेमारी भारत की यात्रा पर आने वाले विदेशियों के ई-वीजा प्रसंस्करण (Processing) में कथित अनियमितताओं के लिए की गई है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को कहा कि उसने विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत 9 जुलाई को दिल्ली और गाजियाबाद में आठ स्थानों पर छापेमारी की। ईडी ने बयान में कहा कि छापेमारी की कार्रवाई कई टूर एंड ट्रैवल्स कंपनियों के निदेशकों के आवास और कार्यालयों तथा उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट के खिलाफ की गई। इस दौरान ईडी ने 3.57 करोड़ रुपये नकद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किया है।
ई-वीजा सेवाएं देने के नाम पर अवैध धन की उगाही
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उसे इस बात की सूचना मिली थी कि ये इकाइयां विदेशियों को ई-वीजा सेवाएं प्रदान करने के नाम पर पेमेंट गेटवे के जरिये विदेशों से अवैध तरीके से धन प्राप्त कर रही है। एजेंसी ने कहा कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि ऐसी दो इकाइयों को विदेशियों के भारतीय ई-वीजा के प्रसंस्करण के लिए विदेश से 200 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। हालांकि, इन इकाइयों को सरकार की ओर से इस काम के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। ईडी ने कहा कि इसके अलावा ये इकाइयां ऊंचे मूल्य के संदिग्ध लेनदेन में भी शामिल हैं।
इसके अलावा यह तथ्य भी सामने आया है कि कुछ चार्टर्ड अकाउंटेंट ने इन इकाइयों के कामकाज के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संदिग्ध लेनदेन में भी इनकी भूमिका है। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है। इन कंपनियों के निदेशकों और कार्यकारियों से पूछताछ की जाएगी।