बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) टीम मोहाली पहुंच रही है और पुलिस से जानकारी साझा करेगी। बीसीसीआई एसीयू के अध्यक्ष अजीत सिंह ने इस बात की पुष्टि की। अजीत ने कहा, ‘हां, उनको गिरफ्तार किया गया है और हम वहां अपनी टीम भेज रहे हैं। हमसे जितनी हो सकेगी उतनी जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगे, हमारे पास जो जानकारी है हम वो भी पुलिस से शेयर करेंगे।’
पढ़ें-
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ खिलाड़ी राज्य की राजधानी से 15 किलोमीटर दूर सवारा गांव में क्रिकेट अकादमी में मैच खेल रहे थे। इस मैच को श्रीलंका की युवा टी-20 लीग का मैच बता कर प्रसारित किया जा रहा था। मोहाली के पुलिस अधिक्षक कुलदीप सिंह चहल ने मीडिया को बताया, ‘डांडीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है और हम इस रैकेट में उनके रोल की जांच कर रहे हैं।’
पढ़ें-
इससे पहले पुलिस ने राजू और पंकज को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने इस मैदान को स्ट्रोकर्स क्रिकेट संघ से 33,000 रुपये देकर बुक किया था। फर्जी क्रिकेट मैच की खबर परमिंदर सिंह की शिकायत पर आई। एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘जो भी खिलाड़ी इसमें खेल रहे थे वो छोटे स्तर के खिलाड़ी थे जिन्हें 5,000 से 10,000 रुपये देकर खेलने के लिए बुलाया गया था। इसमें कुछ रणजी खिलाड़ियों का रोल भी जांच का विषय है।’
उन्होंने बताया कि उन खिलाड़ियों को चुना गया जिनकी त्वचा का रंग काला था ताकि ऐसा लगे कि श्रीलंका के खिलाड़ी खेल रहे हैं। दो कैमरे ऐसे लगाए गए थे कि वो खिलाड़ियों की पीठ को कवर कर सकें और उनका चेहरा दिखाई न दे। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में अपनी संलिप्ता से पहले ही इनकार कर दिया है।