तुम फाइटर थे…
सुशांत की बहन श्वेता ने लिखा है, मेरा बेबी, मेरा बाबू मेरा बच्चा हमारे साथ फिजिकली प्रजेंट नहीं है और कोई बात नहीं… मैं जानती हूं तुम बहुत दर्द में थे और मुझे पता है कि तुम एक फाइटर थे और तुम बहादुरी के साथ इस लड़ाई को लड़ रहे थे। सॉरी मेरा सोना… सॉरी उस सारे दर्द के लिए जिससे तुमको गुजरना पड़ा… अगर मैं कर पाती तो तुम्हारा सारा दर्द ले लेती और अपनी सारी खुशियां तुम्हें दे देती। तुम्हारी चमकती आंखों ने दुनिया को सिखाया कि सपने कैसे देखें, तुम्हारी मासूम मुस्कुराहट बताती है तुम्हारा दिल कितना साफ है। तुम्हें हमेशा प्यार किया जाता रहेगा मेरे बच्चे औऱ बहुत बहुत ज्यादा। मेरा बेबी जहां भी है खुश रहे… हर कोई तुम्हें बिना किसी शर्त के प्यार करता था, करता है और करता रहेगा। मेरे सभी प्रियजनों… मुझे पता है यह परीक्षा की घड़ी है… लेकिन जब भी चुनने का मौका मिले… नफरत की जगह प्यार चुनिए, गुस्से और रोष की जगह दया चुनिए, स्वार्थ न चुनकर निस्वार्थ रहिए और माफ कीजिए… खुद को माफ कीजिए, दूसरों को माफ कीजिए और सबको माफ कीजिए। हर कोई अपनी लड़ाई लड़ रहा है… खुद के और दूसरों के लिए दयालु बनिए। अपने दिल के दरवाजे हमेशा के लिए बंद मत कीजिए, किसी भी कीमत पर।
पटना पहुंच चुकी हैं श्वेता
सुशांत की बहन श्वेता उनके अंतिम संस्कार तक भारत नहीं पहुंच पाई थीं। उन्होंने अपने फेसबुक पर जानकारी दी है कि वह पटना पहुंच चुकी हैं। आज (18 जून) सुशांत का अस्थि विसर्जन होगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वह सुशांत को प्यार और खुशियोंभरी विदाई दें।