चीन से 'टक्कर', US का 3 गुना बेहतर GPS लॉन्च

चीन के साथ बढ़ती प्रतिद्वंदता के बीच अमेरिका ने नई जनरेशन की सैटलाइट लॉन्च की है। पहले अमेरिका की एयर फोर्स के GPS (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) का विंग रहे स्पेस फोर्स (US Space Force) ने Elon Musk की कंपनी SpaceX के Falcon9 रॉकेट से पृथ्वी की कक्षा में अपनी सबसे अडवांस्ड सैटलाइट लॉन्च की है। यह पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सटीक है। गौरतलब है कि चीन ने हाल ही में अपने GPS BeiDou के आखिरी सैटेलाइट को लॉन्च किया है। अभी तक चीन अमेरिका का जीपीएस इस्तेमाल कर रहा था।

अमेरिका का SV03 मौजूदा जीपीएस सिस्टम में शामिल होगा जिसमें पहले से 31 ऑपरेशनल स्पेसक्राफ्ट हैं। यह मिलिट्री-कोड की क्षमता वाली 22वीं सैटलाइट होगी। GPS से पोजिशनिंग, नैविगेशन और टाइम से जुड़ी सर्विस अरबों लोगों को मिलेगी। GPS lll सबसे नई जनरेशन की सैटलाइट है। यह पहले से तीन गुना ज्यादा सटीक है और डिवाइस जैम को कैंसल करने की क्षमता (anti-jamming) 8 गुना ज्यादा है। यह मिलिट्री की निगाह को और तेज करेगी और आम लोगों को भी सहूलियत पहुंचाएगी।

इस सैटलाइट को फ्लोरिडा के केप कनवरल में NASA के केनेडी स्पेस सेंटर से Falcon9 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। लॉन्च के 20 मिनट बाद Falcon9 के फर्स्ट स्टेज बूस्टर को रिकवर कर लिया गया। इस लॉन्च को मिलिट्री के साथ-साथ इंडस्ट्री के साथ मिलकर काम करने के लिए लिहाज से भी स्पेस के क्षेत्र में काफी अहम माना जा रहा है। पहले यह लॉन्च 29 अप्रैल को किया जाना था लेकिन बाद में कोरोना वायरस के चलते लॉन्च के लिए नए हेल्थ और सेफ्टी कदम उठाने की जरूरत पड़ गई और लॉन्च को टालना पड़ा।

SV03 से पहले जिस सैटलाइट का इस्तेमाल किया जा रहा था वह पिछले 20 साल से पृथ्वी का चक्कर काट रही है। यह US Space Force सैटलाइट का 7वां लॉन्च था। इसे Lockheed Martin ने डिजाइन किया है और बनाया है। इसका ऑपरेशनल इस्तेमाल अगस्त से शुरू होने की संभावना है। तब त इंजिनियर्स और ऑपरेटर्स ऑर्बिट में इसका टेस्ट करेंगे। Space Force पहले अमेरिकी एयर फोर्स का हिस्सा था जो US GPS को संभालता था। बाद में यह अलग होकर नया विंग बन गया। अब यह स्पेस में अमेरिका की स्थिति और ताकत को मजबूत करने पर काम कर रहा है।

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