लद्दाख में तनावपूर्ण हालात के बीच, चीनी मोबाइल ऐप्स पर बैन (Chinese Apps Banned In India) लगाकर भारत ने कूटनीति का एक नया पासा फेंका है। चूंकि इन ऐप्स से मिलते-जुलते फीचर्स वाले ऐप की कमी नहीं, इसलिए भारत को नुकसान नहीं है। मगर चीन के लिए भारत का ऐप मार्केट न सिर्फ बहुत बड़ा था, बल्कि वह बढ़ भी रहा था। चीनी के कारोबारी हितों को नुकसान पहुंचाने वाला यह एक बड़ा फैसला है। इन ऐप्स को अब भारत में डाउनलोड और इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। जिस तरह से भारत में चीन के खिलाफ माहौल है, यह बैन कई और सेक्टर्स में भी बढ़ाया जा सकता है। यह फैसला चीनी कारोबारियों और चीन के लिए भारत की ओर से एक अहम संदेश है।
भारत उन देशों में से हैं जहां इंटरनेट के दाम दुनिया में सबसे कम हैं। यहां 80 करोड़ से ज्यादा कंज्यूमर्स हैं। इनमें से आधे से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स 25 सााल या उससे कम उम्र के हैं। 59 चीनी ऐप्स को बंद करके भारत ने न सिर्फ अपने इरादे जाहिर किए हैं, बल्कि चीन को साफ संदेश दिया है। TikTok भारत में सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप है। इसके 12 करोड़ से भी ज्यादा ऐक्टिव यूजर्स थे। यह उन इलाकों में युवाओं के बीच खासी लोकप्रिय थी जो आमतौर पर आधुनिक सुविधाओं से अछूते हैं। TikTok पर मौजूद 30% वीडियो भारतीय यूजर्स बनाते हैं। भारतीय युवा इन चीनी ऐप्स पर अच्छा-खासा समय बिताते थे यानी चीन इनके सामने जैसा चाहता, वैसा कंटेंट परोस सकता था। भारत ने बैन लगाकर इन चीनी ऐप्स के लिए एक बहुत बड़े मार्केट के दरवाजे बंद कर दिए हैं।
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चीन के 59 ऐप बैन से भारत को कैसे नुकसान?
TikTok के अलावा Helo और Likee जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स खासे मशहूर हैं। Bigo Live उन यूजर्स के बीच पॉपुलर हैं जो अंग्रेजी में कम्फर्टेबल नहीं हैं। जब ये यूजर्स अचानक से चीनी ऐप्स यूज करना बंद कर देंगे तो उन्हें रेवेन्य का अच्छा-खासा नुकसान होगा। अधिकतर ऐप्स कमाई के लिए यूजर्स को बीच-बीच में ऐड दिखाती हैं। अगर बड़ा यूजरबेस ही गायब हो जाए तो ऐड से आने वाली रेवेन्यू पर हिट होगा।
चीनी ऐप्स पर बैन लगाने से भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जो यूजर्स उन ऐप्स को यूज करते थे, उन्हें अब विकल्प ढूंढने होंगे जो मार्केट में कम नहीं हैं। दूसरी बात, इस बैन के चलते कई भारतीय डेवलपर्स ऐप्स बनाने के लिए उत्साहित होंगे। कई ने तो अपने ऐप्स में ‘मेक इन इंडिया’ लिखना शुरू भी कर दिया है।
भारत सरकार की तरफ से एक नोटिफिकेशन जारी होगी जिसमें इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स से इन ऐप्स को ब्लॉक करने के लिए कहा जाएगा। ऐप के यूजर्स को जल्द ही स्क्रीन पर मैसेज दिखने लगेगा कि सरकार के निर्देश पर ऐप का एक्सेस रोका गया है। गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल के ऐप स्टोर पर भी यही मैसेज दिखेगा। हालांकि, उन ऐप्स का इस्तेमाल जारी रह सकता है जिन्हें ऐक्टिव इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं है। हालांकि इन ऐप्स को अब भारत में डाउनलोड नहीं किया जा सकेगा।
सरकार ने आईटी ऐक्ट की धारा 69A का इस्तेमाल करते हुए इन ऐन्स पर बैन लगाया है।