ने के ऊपर उड़ान भर रहे के दो सर्विलांस एयरक्राफ्ट को खदेड़ दिया। अमेरिका ने आरोप लगाया कि रूस के आईएल -38 समुद्री गश्ती विमान ने हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जानकारी मिलने के बाद एफ -22 फाइटर जेट्स को रवाना किया गया, जो रूसी विमानों को सुरक्षित सीमा से बाहर खदेड़ने के बाद वापस बेस लौट गए।
बुधवार रात को अमेरिकी क्षेत्र में की प्रवेश की कोशिश
उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) ने कहा कि 24 जून की देर रात में दो रूसी IL-38 समुद्री गश्ती विमान को अलास्का वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश किया। रूसी विमान अलेउतियन द्वीप श्रृंखला के यूनिमेक द्वीप से 50 मील की दूरी तक पहुंच गए थे। इस दौरान ये विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में 4 घंटे तक गश्त लगाते रहे।
अलास्का में US के एफ-22 जेट तैनात
नोराड कमांडर जनरल टेरेंस जे ने कहा कि इस महीने में पांचवीं बार, नोराड ने अपने वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में प्रवेश करने वाले रूसी सैन्य विमानों को रोककर मातृभूमि की रक्षा करने की तत्परता और क्षमता का प्रदर्शन किया है। इस कमांड में एफ -22 फाइटर जेट के अलावा केसी-135 स्टेट्रोटैंकर भी तैनात हैं।
पहले भी यूएस खदेड़ चुका है रूसी बमवर्षक
जून में ही रूस के चार जेट बॉम्बर अमेरिका में अलास्का के पास इंटरसेप्ट किए गए थे जिन्हें अमेरिकी फाइटर जेट्स ने लौटा दिया था। रूस ने तब कहा था कि परमाणु-हथियार वहन करने की क्षमता वाले Tupolev Tu-95MS की 11 घंटे की फ्लाइट में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया गया और अमेरिका के F-22 Raptor फाइटर उसके साथ ही उड़ते रहे।
अमेरिका ने तोड़ी थी रूस के साथ संधि
कुछ दिन पहले ही अमेरिका Open Skies Treaty से बाहर हो गई थी जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस नियनों का उल्लंघन कर रहा है। इस ट्रीटी तो 30 से ज्यादा देशों के एक-दूसरे के क्षेत्र में बिना हथियारों के फ्लाइट्स उड़ाने को लेकर विश्वास पैदा करने और विवाद खत्म करने के इरादे से बनाया गया था। तभी यह माना जा रहा था कि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इन फ्लाइट्स की मदद से तस्वीरें इकट्ठा की जाती थीं जो आपस में शेयर होती थीं।