भिलाई (सीजी खबर आज तक)। अब तक सुनने और देखने में आता था कि अधिकारी नेताओं पर अवैध काम के लिए दबाव बनाते रहे हैं। जिससे अधिकारी भी टालमटोल कर मामले कोलंबित करवा देते थे, किंतु रिसाली नगर निगम क्षेत्र में अलग तरह का मामला सामने आया है जहां निगम कमिश्नर द्वारा खुद खड़े होकर अवैध निर्माण जैस काम को न सिर्फ करवाया बल्कि संरक्षण भी दिया गया है।
दरअसल मामला रिसाली नगर निगम क्षेत्र के एक बिल्डर का अवैध निर्माण से जुड़ा हुआ है। जहां उनके इस अवैध कृत्य में कोईऔर नहीं बल्कि निगम कमिश्नर द्वारा बलपूर्वक अवैध कृत्य को साथ दिया गया है।
जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम के वार्ड 23 के सागर मैरिज पैलेस और मधरिशा हाइट के बीच एक बहुत पुराना नाला है। आकृति रेसीडेंट बिल्डर द्वारा अपने अपार्टमेंट में जाने के लिए नाले के ऊपर सड़क का अवैध निर्माण कर लिया है। इससे लगभग 40 फीट नाले की चौड़ाई वहां पर मात्र पांच फीट रह गई है। बड़ी चालाकी के साथ वहां पर पौधरोपण भी कर दिया है जिससे भविष्य में नाले का चौड़ीकरण हो तो कब्जा यथावत रहे।
बीएसपी का क्षेत्र बताकर बिल्डर को दिया शह
जानकारी के अनुसार रिसाली नगर निगम द्वारा इस मामले में नाले को बीएसपी के क्षेत्र बताकर बिल्डर को अवैध निर्माण के लिए संरक्षण दिया गया है। इसकी शिकायत मोहल्ले के पीडि़त नागरिकों ने कलेक्टर से की है। अब देखना है कि कलेक्टर जनता को न्याय दिलाते हैं या अपने मातहत अधिकारी का पक्ष लेकर जनता को बीच मझधार में छोड़ते हैं।
गृहमंत्री के पुत्र का भी बिल्डर प्रेम उजागर
जब मोहल्ले के पीडि़त लोगों ने इस मामले की शिकायत क्षेत्रीय विधायक और गृहमंत्री से की तो उनका जवाब सुनकर वे लोग सन्न रह गए हैं। मंत्री उल्टे ही शिकायतकर्ता को अवैध कब्जाधारी बता दिया। शिकायत के बाद उन्होंने 24 घंटे के भीतर नोटिस जारी कर लोगों के बाउंड्रीवाल को तुड़वा दिया। जबकि देश में किसी भी अवैध निर्माण के लिए एक मीहने से 15 दिन पहले नोटिस दिए जाने का प्रावधान है। यह पर इस नियम का पालन भी नहीं किया गया है। यदि नागरिक कोर्ट में चले जाएंगे तो अधिकारी सहित संरक्षण देने वाले लोगों को लेने-के-देने पड़ जाएंगे। वहीं मंत्री के इस आचरण से पीडि़त नागरिक सन्न है। उनका कहना है कि आने वाले चुनाव में मंत्री को इसका जवाब दिया जाएगा। पीडि़त लोगों ने कॉलोनी बसने के पहले और वर्तमान में कब्जायुक्त नक्शा मंत्री सहित अधिकारियों को दिखाया गया। नक्शे में अवैध निर्माण को आसानी के साथ देखा जा सकता है। नक्शे को देखने के बाद अधिकारी के साथ ही साथ मंत्री और मंत्री पुत्र का बिल्डर प्रेम भी उजागर हो गया है। बताया जाता है कि बिल्डर को मंत्री पुत्र का भी संरक्षण प्राप्त है।