भिलाई(सीजीआजतक न्यूज). दुर्ग जिले की कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। पिछले कई दिनों से अपराधिक घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। कई स्थानों में असामाजिक तत्वों के क्रियाकलापों से आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परंतु ऐसे लोगों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण वे लोग अब खुलेआम गुंडागर्दी करने पर उतारू हो गए हैं। इसी कड़ी में भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव के अपराधिक प्रवृत्ति के समर्थकों के विरोध का खामियाजा लोगों को मार खाने से लेकर संपत्ति नुकसान के रूप में उठाना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के गृहमंत्री का गृहजिला होने के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति काफी मजबूत होना चाहिए। परंतु कई अवसरों में कानून व्यवस्था का दायित्व संभालने वाला विभाग सार्वजनिक रूप से पंगू दिखाई पड़ रहा है। जिस वजह से ही असामाजिक तत्व पुलिस चौकी के सामने खुलेआम पत्थरबाजी एवं लाठीचार्ज करते हैं। और उस दौरान पुलिस मूकदर्शक बन उन्हें मनमानी की आजादी देती है।
अराजकता का वातावरण निर्मित किया गया
ऐसा ही एक घटनाक्रम सुपेला थाना के अंतर्गत स्मृतिनगर पुलिस चौकी के क्षेत्र में घटित हुआ है। जिसमें पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव होने के कारण निष्पक्ष कार्रवाई की संभावना कम प्रतीत हो रही है। बीते दिवस शाम चार बजे सूर्यामाल के सामने न्यू जनता किराना स्टोर दुकान तथा घर में अवांछित तत्वों के द्वारा राड, लाठी, तलवार सहित घातक हथियार लेकर पहले घरों की खिड़कियों में लगे कांच को पत्थर से तोड डाला। दुकान के अंदर घुसकर सामान को फेंक दिया। दुकान के गल्ले में रखें पैसो को लूटकर चलते बने। घटना के विषय पर मिली जानकारी के अनुसार सूर्यामाल चौक के पास निवास करने वाले मीडिया कर्मचारी यदुनंदन मिश्रा की दुकान एवं घर में कतिपय कारणों को लेकर बीती रात से अराजकता का वातावरण निर्मित किया गया।
पुलिस ने कठोर कदम नहीं उठाया जिस वजह से गुंडागर्दी करने वाले तत्वों के हौसले बुलंद
इस दौरान पुलिस ने कठोर कदम नहीं उठाया जिस वजह से गुंडागर्दी करने वाले तत्वों के हौसले बुलंद हो गए। वे कानून को हाथ में लेकर पूरी तरह मनमानी करने पर आमादा हो गए। इस तरह की हरकत करने वालों में प्रमुख रूप से अंशुल अग्रवाल, विवेक साहू, नितिन साहू सहित अन्य लोगों के नाम शामिल है। इन्हीं लोगों के द्वारा इसके पहले स्मृतिनगर पुलिस चौकी के सामने पत्थरबाजी एवं लाठीचालन संयुक्ततौर पर किया गया। इस दौरान पुलिस चुपचाप तमाशबीन बनी रही। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग सक्रिय हुए और अपने समर्थकों को एकत्रित कर पत्थर फेंकने की घटना का जवाब उसी रूप में दिया, तो चौकी की पुलिस सक्रिय होकर एकपक्ष के ऊपर लाठी भांजने का काम करने लगी। जिसका विरोध स्थानीय नागरिकों ने किया। पुलिस पुन: बैकफुट पर आ गई। इसके बाद दोनों ही पक्षों की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
पत्थरबाजी करने लगे और घर के बाहर खड़ी गाडिय़ों को तोडफ़ोड़ कर दी
पुलिस प्रशासन ने मामले का पटापेक्ष मानकर सबको घर जाने का निर्देश दिया। पुलिस के निर्देश पर यदुनंदन और उनके परिजन अपने घर आ गए। घर पहुंचने के 15 मिनट बाद ही घातक हथियारों से लैस 60-70 युवक हंगामा कर गंदी गंदी गालियां देते हुए उनके निवास के सामने आकर पत्थरबाजी करने लगे और घर के बाहर खड़ी गाडिय़ों को तोडफ़ोड़ कर दी। घर से लगे राशन एवं आटा चक्की में घुसकर सामानों को नुकसान करते हुए दुकान के गल्ले में नगदी लूट कर चलते बने। इसकी सूचना तत्काल पुलिस चौकी में दी गई। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने के दौरान वे सब घटना को अंजाम देकर थोड़ी दूर पर खड़े होकर हल्ला मचा रहे थे।
पुलिस में उन्हें भगाए जाने का काम किया
जहां पर पुलिस को उनकी धरपकड़ करनी चाहिए थी, परंतु पुलिस में उन्हें भगाए जाने का काम किया। जिसकी वजह से पूरा मामला बिगड़ता ही गया। यदुनंदन के घर में इसके पहले ये तत्व चाकू लेकर अंदर घुस गए और महिला एवं बच्चों को चाकू दिखाकर धमकाने लगे। जिस पर घर की महिलाओं ने विरोध करते हुए हंगामा किया तो वे भाग खड़े हुए। उसके बाद महिलाओं ने पुलिस चौकी पहुंचकर घटनाक्रम से पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया और एक ज्ञापन देकर असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही करने का निवेदन किया। मीडिया कर्मी के घर एवं दुकान में हुई तोडफ़ोड़ घटना के साथ-साथ इन लोगों के द्वारा दुकान में घुसकर रखे सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया।
तोडफ़ोड़ करने वाले विधायक देवेंद्र यादव के समर्थक
दुकान संचालक ने बताया कि दुकान में रुपए 20 हजार रखा था। जिसे यह लोग लूट ले गए। घर एवं दुकान में तोडफ़ोड़ करने वाले विधायक देवेंद्र यादव के समर्थक है। जिनकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई है। घटनास्थल पर पुलिस बल की तैनाती सुरक्षा कारणों से किए जाने के बाद मामला शांत हुआ। सीएसपी राकेश जोशी के निर्देश पर पुलिस ने पीडि़त पक्ष का बयान लिया एवं क्षतिग्रस्त हुई गाडिय़ों का पंचनामा किया। समाचार लिखे जाने तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। चौकी प्रभारी प्रमोद शांडिल्य ने आश्वस्त किया कि 24 घंटे के अंदर अपराधियों को हर हाल में गिरफ्तार कर लिया जाएगा जिसके बाद पीडि़त पक्ष के लोगों ने राहत की सांस ली है।
दोनों पक्षों के खिलाफ जुर्म दर्ज
पुलिस ने आरोपी व उसके साथियों के खिलाफ धारा 294,323, 506, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया। दूसरे पक्ष से अविनाश कुमार की शिकायत पर आरोपी विवेक साहू, नितिन साहू और अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 427, 506, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर दिया। दो बाइक और कार में तोडफोड़ मामले में धारा 294, 427, 506,34 के तहत अलग से जुर्म दर्ज किया है।