भिलाई/दुर्ग. (सीजीआजतक न्यूज). चंदूलाल चंद्राकर, पवन दीवान और ताराचंद साहू की जयंती को छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने “स्वाभिमान दिवस” के रूप में मनाया और छत्तीसगढिय़ा पुरखों को याद किया। इस अवसर पर दुर्ग के तीर्थराज पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित स्वाभिमानी छत्तीसगढिय़ों को संबोधित करते हुए मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता राजकुमार गुप्त नें कहा कि तीनों छत्तीसगढ़ के नेता थे। उनकी पहचान को किसी समाज विशेष तक सीमित नहीं किया जा सकता। तीनों ने छत्तीसगढ़ को अधिकार, सम्मान और पहचान दिलाने का काम किया है।
पद त्याग देंगे यह कहना छत्तीसगढिय़ों का अपमान
राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आड़े हाथों लेते हुए मंच के अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता ने वोट देकर मुख्यमंत्री बनाया है। बघेल ने पिछले दिनों कहा था कि कांग्रेस आलाकमान के कहने पर तत्काल पद त्याग देंगे यह छत्तीसगढिय़ों का अपमान है। बघेल ने यह बता दिया है कि उनकी निष्ठा छत्तीसगढिय़ों के प्रति नहीं बल्कि कांग्रेस आलाकमान के प्रति है।
संघीय ढांचा संविधान की आत्मा
उन्होंने कहा कि संविधान ने स्पष्ट रूप से केंद्र और राज्यों के लिये अलग अलग अधिकार और कर्तव्य निर्धारित किया है। मोदी सरकार एक राष्ट्र के नाम पर तीन कृषि कानून बनाकर, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन करके राज्यों के संवैधानिक अधिकारों में दखलंदाजी कर रही है। क्षेत्रीय पहचान और अधिकार पर हमले कर रही है संघीय ढांचा संविधान की आत्मा है। राष्ट्रवाद की आड़ में संविधान की हत्या करने की कोशिश की जा रही है जिसे किसी भी स्थिति में सफल नहीं होने देना है।
कार्यक्रम में उपस्थित थे
कार्यक्रम को मंच के राष्ट्रीय महासचिव रजा अहमद, प्रदेश महासचिव पूरनलाल साहू के अलावा घनश्याम सोनी, अक्षय साहू, भीमा साहू ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कुलेश्वरी निषाद, मेघराज मढ़रिया, बद्रीप्रसाद पारकर, युवा मंच के रऊफ खान, मंगलूराम बघेल, कुंवर सिंह, भगतराम, वेदनाथ हिरवानी, सुधेन्दु, शुभम रजक, सोनू साहू, ओमप्रकाश साहू, केके यादव, रमेश कोसरे, सुमिरन, धनेश साहू, अनिल देशमुख, प्रकाश निर्मलकर, सोनू राजपूत, अजय साहू, मुजीब, सुदर्शन निषाद, कमल शर्मा, उत्तम चक्रधारी, सोमेश निर्मलकर, अमर ठाकुर, मानव नायक, राज ठाकुर आदि उपस्थित थे।