पिछले साल जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद से ही बौखलाया पाकिस्तान लगातार घाटी में गड़बड़ी की साजिश रच रहा है। वह एलओसी से बड़े पैमाने पर आतंकी घुसपैठ कराने की फिराक में है। पाकिस्तान पहले भी ऐसा करता आया है लेकिन अब वह आतंकियों को घुसाने के अलावा बड़े पैमाने पर हथियारों की सप्लाई की भी साजिश रच रहा है।
एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ लगातार किए जा रहे उसी साजिश का हिस्सा हैं। इस साल अब तक पाकिस्तान ने 2,500 से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है। इसकी आड़ में वह अपने यहां प्रशिक्षित आतंकवादियों को भारत में घुसाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह मुस्तैद हैं। यही वजह है कि इस साल अब तक एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश करते 12 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है।
पाकिस्तान की तरफ से हर दिन सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। और तो और, वह अब सिविलियंस को भी निशाना बना रहा है। दूसरी तरफ, कश्मीर घाटी में आतंकियों के सफाये का सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। पाकिस्तान और उसकी सरपरस्ती में चलने वाले आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में पिछले साल के पुलवामा जैसे हमले को अंजाम देने की कोशिश में हैं लेकिन सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से उनके नापाक मंसूबे पूरे नहीं हो रहे।
भारत-चीन तनाव के बीच मौके का फायदा उठाना चाह रहा पाक
पाकिस्तान इस साल अब तक 2500 से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन कर चुका है। जबकि अगर पिछले साल के आंकड़ें देखें तो इतने ही वक्त में करीब 1500 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ था। पिछले साल पाकिस्तान ने कुल 3168 बार सीज फायर का उल्लंघन किया था। इस साल पहली जनवरी से ही पाकिस्तान सीजफायर का लगातार उल्लंघन कर रहा है। भारत-चीन तनाव के बीच भी पाकिस्तान मौके का फायदा उठाने की फिराक में है और लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर सिविलियंस को निशाना बना रहा है। इस साल अब तक पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी में 14 सिविलियंस की जान गई जबकि 38 घायल हुए। पिछले साल कुल 18 सिविलियंस की जान गई थी।
आतंकी और उनके लिए हथियार पहुंचाने की कोशिश
पाकिस्तान सीजफायर का उल्लंघन यूं ही नहीं कर रहा बल्कि इसकी आड़ में आतंकियों को एलओसी पार से घाटी में घुसाने की कोशिश कर रहा है। इस साल घुसपैठ की कोशिश कर रहे 12 आतंकी मारे जा चुके हैं। पाकिस्तानी घाटी में मौजूद आतंकियों तक हथियार पहुंचाने की भी कोशिश कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने केरन सेक्टर में 22 मार्च को 8 एके, 9 पिस्टल और 77 ग्रेनेड बरामद किए। केरन में ही 31 मार्च को 2 एके और एक पिस्टल बरामद हुई। इसी सेक्टर में 8 जून को 3 एके, 5 पिस्टल, 2 यूबीजीएल और 57 यूबीजीएल ग्रेनेड बरामद हुए। उरी सेक्टर में 22 जुलाई को 1 एके, 5 पिस्टल और 24 ग्रेनेड बरामद किए गए। यह बरामदगी उन हथियारों के अलावा है जो हथियार आतंकियों के पास से मिले। 16 जुलाई को केरन सेक्टर में जो आतंकी मारा गया उसके पास 4 पिस्टल और 17 हैंडग्रेनेड मिले।