भारत में कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों 7.5 लाख से ज्यादा हो गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान रेकॉर्ड संख्या में (28,472) मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इसी के साथ भारत में रिकवरी रेट 63.16 पर्सेंट पहुंच गया है। राहत की बात ये है कि देश के 19 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों में रिकवरी रेट इससे भी ज्यादा है। पिछले 24 घंटों में 37,724 नए केसेज और 648 मौतें दर्ज की गईं। देश में इस वक्त टोटल 11,92,915 केस हैं जिनमें से 4,11,133 ऐक्टिव हैं। रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 7,53,050 हो गई है। देश में सबसे बेहतर रिकवरी रेट दिल्ली का है जहां 84 पर्सेंट से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। उसके बाद लद्दाख का नंबर आता है जो रिकवरी के मामले में अबतक टॉप पर था।
सबसे अच्छा है इनका रिकवरी रेट
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश | रिकवरी रेट (% में) |
दिल्ली | 84.83 |
लद्दाख | 84.31 |
तेलंगाना | 78.37 |
हरियाणा | 76.29 |
अंडमान निकोबार | 75.00 |
राजस्थान | 72.50 |
गुजरात | 72.30 |
छत्तीसगढ़ | 71.81 |
असम | 71.05 |
ओडिशा | 70.96 |
दिल्ली ने कैसे पाया कोरोना पर काबू? के अध्यक्ष डॉ अरुण गुप्ता के मुताबिक, कोरोना से लड़ाई में सफलता के पीछे होम आइसोलेशन, टेस्टिंग और बेड कैपेसिटी बढ़ाना और प्लाज्मा थेरेपी बड़ी वजह रहे हैं। कोविड-19 मामले घटने का असर उपलब्ध बेड्स की संख्या से समझा जा सकता है। नोवेल कोरोना वायरस के लिए रिजर्व्ड 15,745 बेड्स में से 11,958 खाली पड़े हैं।
दिल्ली में अब घटते जाएंगे मामले
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली में के नए मामले अब दिन-ब-दिन कम होते जाएंगे। कोविड मॉनिटरिंग कमिटी के सदस्य डॉ डीके सरीन का कहना है कि दिल्ली की सीरोलॉजिकल सर्वे रिपोर्ट बताती है कि यहां अच्छी-खासी आबादी कोरोना के प्रति एक्सपोज हो चुकी है। डॉ सरीन ने कहा कि हर्ड इम्यूनिटी डेवलप होने से आने वाले दिनों में नए केसेज घटते जाएंगे। डॉ डीके सरीन ने कहा, “ऐसा लगता है दिल्ली में बीमारी तेजी से फैली। कई लोग एसिम्प्टोमेटिक थे इसलिए रूटीन टेस्टिंग से पकड़ में नहीं आए।”
दिल्ली में हर महीने होंगे सीरो टेस्टसीरो सर्वे के आंकड़े दिखाते हैं कि कोरोना का प्रकोप सबसे ज्याद सेंट्रल और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में देखने को मिला है। दिल्ली के 11 जिलों में से 8 का सीरो प्रिवेलेंस 20 प्रतिशत से ज्यादा था। सेंट्रल, नॉर्थ-ईस्ट और शाहदरा में 27% से ज्यादा प्रिवेलेंस मिली। जून में रोज औसतन 3,900 केस दर्ज होने के बाद, दिल्ली में मंगलवार को पहली बार 1,000 से कम केस (954) दर्ज किए गए। वहीं, दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने कहा है कि सरकार ने हर महीने सीरो सर्विलांस कराने का फैसला किया है। हर महीने एक से पांच तारीख के बीच, चुनिंदा इलाकों में रैंडमली लोगों का ऐंटीबॉडी टेस्ट किया जाएगा। इससे दिल्ली में कोरोना के प्रसार को समझने में आसानी होगी।