तालिबान की गोली का शिकार होने के बावजूद बहादुरी से अपनी जिंदगी संवारने वाले पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के बारे में तो आपने सुना होगा। अब हम आपको बताते हैं अफगानिस्तान की कमर गुल की कहानी जिन्होंने न सिर्फ तालिबान का सामना किया बल्कि उसके दो लड़ाकों को भून डाला। यही नहीं, दूसरे लड़ाकों इस बहादुर लड़की ने घायल कर डाला। सरकार का समर्थन करने पर इन लड़ाकों ने गुल के घर में घुसकर उनके माता-पिता को मार डाला था जिसका गुल ने पूरा बदला लिया।
बाहर निकली, और भून डाला
अफगानिस्तान के घोर प्रांत में पिछले हफ्ते ये लड़ाके गुल के घर में घुस गए उनके माता-पिता को मार डाला। इसके बाद गुल बाहर निकलीं और AK-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली जिसमें वे दोनों लड़ाके मारे गए और दूसरे घायल हो गए। बाद में दूसरे लड़ाके भी गुल के घर आए लेकिन गांववालों को सरकार के समर्थकों ने गनफाइट के बाद उन्हें भगा दिया। अफगान के सुरक्षाबल अब गुल और उनके भाई को सुरक्षित स्थान पर लेकर चले गए हैं।
गुल की बहादुरी को सलाम
घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया गुल की बहादुरी को सलाम कर रही है। इतनी कम उम्र में इस हिम्मक से लड़ाकों का सामना करने के लिए हर कोई उनके जज्बे को सलाम कर रहा है। तालिबान अक्सर ही सरकार और सुरक्षाबलों का समर्थन करने वाले लोगों को मार डालता है। हाल के महीनों में काबुल के साथ शांतिवार्ता के बावजूद तालिबान ने हमले तेज कर दिए हैं।