लिफाफा लेने वाले आईपीएस अधिकारी वी मधुकुमार के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। वीडियो सामने आने के बाद ही वी मधुकुमार को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के पद से हटा दिया गया था। अब उनकी जगह मुकेश जैन ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बने हैं। बताया जा रहा है कि मुकेश जैन ज्योतिरादित्य सिंधिया की पसंद हैं। लोकायुक्त संगठन में वी मधुकुमार के खिलाफ जांच पंजीबद्ध कर ली गई है।
बताया जा रहा है कि पुराने वीडियो को 4 दिन पहले वायरल किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस वीडियो को एक अंजान मोबाइल नंबर से लोकायुक्त एनके गुप्ता को भी भेजा गया था। वीडियो पर लोकायुक्त ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के लिए डीजी लोकायुक्त को निर्देश दिए हैं, जिसमें कहा गया है कि यह वीडियो उन्हें सोशल मीडिया के जरिए मिला है।
हालांकि वी मधुकुमार की तरफ से कहा गया है कि उसमें विभागीय कागजात है। लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि उसमें रिश्वत की राशि थी। हालांकि यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि पुलिसकर्मियों ने तत्कालीन आईजी को जो लिफाफे लाकर दिए थे, उसमें क्या था। एक स्थानीय अखबार के अनुसार वीडियो लोकायुक्त को विदेशी नंबर से भेजा गया है।
क्या है मामला
दरअसल, उज्जैन के आईजी रहे वी मधुकुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसमें वीडियो में आईजी आगर मालवा के गेस्ट हाउस में बैठे हुए थे। इस दौरान एक पुलिसकर्मी उन्हें आकर लिफाफा देता है। उसे जांघ के नीचे रख लेते हैं। फिर ब्रीफकेस में उस लिफाफे को रख कर निकल जाते हैं। साथ ही वह पुलिसकर्मी से कहते हैं कि कोई दिक्कत नहीं न, मन लगाकर काम करो।