इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी 3 विकेट पर 129 रन बनाकर घोषित की। बेन स्टोक्स तब भी छा गए और 78 रन की नाबाद पारी खेली। स्टोक्स ने 57 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 4 चौके और 3 छक्के लगाए।
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इंग्लैंड के बल्लेबाज कैसे जमे रहे? मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजों ने जमकर बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया। पहले दिन जहां इंग्लैंड ने धीमा खेल दिखाया तो वहीं दूसरे दिन 460 के टीम स्कोर को भी पार कर दिया। सबसे खास बेन स्टोक्स रहे जिन्होंने 356 गेंद खेलीं और सर्वाधिक 176 रन बनाए। उनके अलावा ओपनर डोम सिबली ने 372 गेंदों का सामना किया और 120 रन की पारी खेली। सिबली ओपनिंग करने उतरे और जब दूसरे दिन आउट हुए, तब टीम का स्कोर 341 रन पहुंच चुका था।
ओल्ड ट्रैफर्ड में क्यों फिसड्डी साबित हुए कैरेबियाई गेंदबाज ? कैरेबियाई गेंदबाज मैच में फिसड्डी साबित हुए और पेसर तो कुछ भी खास नहीं कर सके। केमार रोच ने 2 विकेट लिए, जबकि अल्जारी जोसफ और कप्तान जेसन होल्डर को 1-1 विकेट मिला लेकिन स्पिनर रोस्टन चेज ने 5 विकेट झटके। हालांकि वह महंगे साबित हुए और 172 रन लुटा दिए। दूसरी पारी में भले ही केमार रोच ने चौथे दिन की समाप्ति से पहले 2 विकेट झटके लेकिन पांचवें और अंतिम दिन एकमात्र विकेट जो रूट का गिरा जो रन आउट हुए।
कैसी है मैनचेस्टर की पिच?मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान की पिच तेज गेंदबाजों के लिए फायदेमंद रहती है। इस पिच पर गेंदबाजों को स्विंग भी अच्छी मिलती है। जहां विंडीज के तेज गेंदबाज ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ सके, वहीं इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। स्टुअर्ट ब्रॉड और क्रिस वोक्स ने 3-3 विकेट लिए। सैम करन ने भी 2 विकेट झटके और विंडीज टीम की पहली पारी 287 रन पर समेटने में गेंदबाजों की ही अहम भूमिका रही।
मौसम का रहा रोल?किसी भी क्रिकेट मैच में मौसम की भी अहम भूमिका होती है और यदि बारिश हो जाए तो कहीं ना कहीं गेंदबाज उसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच का तीसरा दिन बारिश से धुल गया था और इसका फायदा इंग्लिश गेंदबाजों ने उठाया। विंडीज टीम के बल्लेबाज केवल 1 ही दिन टिक सके और पहली पारी में 287 रन बनाए।