पूर्व क्रिकेटर भारतीय क्रिकेटर ने कहा, ‘वह मुझे पत्र भेजते थे, क्योंकि उस समय जब मोबाइल नहीं थे, कोई फोन नहीं था। इसलिए वह पत्रों के माध्यम से खुद को व्यक्त करते थे।’ कांबली ने को पत्रवाहक बताते हुए कहा, ‘आप विश्वास नहीं करेंगे कि पाकिस्तानी क्रिकेटर राशिद लतीफ उन पत्रों को मुझ तक पहुंचाते थे।’
महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर के करीबी मित्रों में से एक कांबली ने बताया- वह (प्रशंसक) राशिद लतीफ के पास जाता था और अपने सभी पत्र उन्हें दे देता। जब राशिद वे यहां आते तो मैं उन्हें ले लेता था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में उनके फैन की मौत नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, ‘जब मैं खेल रहा था तब भी और जब मैंने संन्यास ले लिया तब भी पाकिस्तान में मेरी फैन फॉलोइंग है। उल्लेखनीय है कि कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट खेले। इस दौरान 54.20 की औसत से 1,084 रन बनाए, जबकि वनडे में उन्होंने 34 से अधिक की औसत से 2,477 रन बनाए।