राजस्थान में सियासी ड्रामे के बीच ने बीजेपी पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री से कहा है कि वह देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी को न छोड़े। दिग्विजय सिंह ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पायलट के लिए कांग्रेस में उज्जवल भविष्य है, इसलिए वह पार्टी छोड़ कर का अनुकरण नहीं करें।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने ऐसे वक्त में अपील की है, जब पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष से हटाए जाने के बाद उनके साथ 18 अन्य विधायकों बगावत कर दिया है। इसके कारण राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर खतरा मंडराने लगा है और कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी खरीद-फरोख्त के जरिए प्रदेश सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।
बीजेपी का है हाथ
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के पीछे बीजोपी का हाथ है। उन्होंने कहा कि मैंने पायलट को फोन लगाने का प्रयास किया, लेकिन मेरे कॉल एवं मेरे द्वारा भेजे गये संदेशों का वह जवाब नहीं दे रहे हैं। दिग्विजय ने बताया कि उम्र आपके पायलट के पक्ष में है। अशोक गहलोत ने भले ही आपको ठेस पहुंचाई हो, लेकिन ऐसे सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जाता है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया वाली गलती न करें
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सिंधिया ने जो गलती की, वह आप न करें। बीजेपी अविश्वसनीय है। किसी अन्य पार्टी से बीजेपी में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को वहां सफलता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है, जब पायलट ने मुझे जवाब नहीं दिया। दिग्विजय ने कहा कि सचिन मेरे बेटे की तरह हैं। वह मेरा सम्मान करते हैं और मैं भी उन्हें पसंद करता हूं। मैंने उसे 3-4 बार फोन किया और मैसेज भी किया। लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। पहले वह तुरंत जवाब देते थे।
महत्वाकांक्षी होना अच्छा है
उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी होना अच्छा है। महत्वाकांक्षा के बिना कोई कैसे आगे बढ़ सकता है, लेकिन महत्वाकांक्षा के साथ-साथ किसी को भी अपने संगठन, विचारधारा और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने सुना है कि वह पायलट नई पार्टी का गठन कर सकते हैं। लेकिन इसकी क्या जरूरत है? क्या कांग्रेस ने उसे कुछ नहीं दिया? उनको 26 की उम्र में सांसद, 32 की उम्र में केंद्रीय मंत्री, 34 की उम्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और 38 की उम्र में उपमुख्यमंत्री बनाया गया। इसके अलावा, वह और क्या चाहते हैं? समय उनके पक्ष में है।
उन्होंने कहा कि अगर पायलट के पास कोई मुद्दा था तो फिर प्रदेश पार्टी इकाई के अध्यक्ष के रूप में उन्हें बैठक बुलानी चाहिए थी और इस मामले पर चर्चा करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि गहलोत के साथ मतभेदों को दूर करने के लिए पायलट कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे को बातचीत में शामिल कर सकते थे। दिग्विजय ने कहा कि अगर आपको अपने विधायकों पर विश्वास है, तो आपने उनमें से 18-19 को हरियाणा के मानेसर स्थित आईटीसी ग्रैंड होटल में कैद करके क्यों रखा है। उन्होंने कहा कि यह वही होटल है जहां बीजेपी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के विधायकों (इन राज्यों में सियासी संकट के दौरान) को रखा था।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है उसे पायलट को भूल जाना चाहिए। वह वापस आएं और पार्टी के नेताओं के साथ बैठकर चर्चा करें कि कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जा सकता है।