कोरोना वायरस के बारे में एक रिसर्च में पता चला है कि इससे होने वाला COVID-19 एक नहीं बल्कि 6 तरह का होता है और हर किसी के खास लक्षण होते हैं। इसके आधार पर यह तय किया जा सकता है कि किस मरीज को वायरस से कितना खतरा है और उसे क्या इलाज दिया जाना चाहिए। लंदन के किंग्स कॉलेज ने Covid Symptom App की मदद से यह तय करने का तरीका निकाला है कि कौन से मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है। इस स्टडी को अभी पियर रिव्यू किया जाना बाकी है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसकी मदद से ऐसे लोगों का इलाज बेहतर हो सकता है जिन्हें ज्यादा खतरा हो और दूसरी वेव आने की स्थिति में इन्फेक्शन का शिकार बनने की संभावना हो। लगातार खांसी आने, बुखार होने या महक न पाने के अलावा सिर दर्द और डायरिया भी इसके लक्षण हैं। रिसर्चर्स ने इस बात पर स्टडी की किया खास लक्षण खास तरीके से होते हैं।
इसके लिए उन्होंने अमेरिका और ब्रिटेन के 1600 मरीजों का मार्च और अप्रैल का डेटा जुड़ाया। इसके बाद पाया गया कि 6 अलग-अलग COVID-19 की वजह से 6 अलग-अलग लक्षण होते हैं। ये धीरे-धीरे गंभीर हो जाते हैं। एक में फीवर नहीं होता, एक में फीवर होता है और एक में फीवर के बाद डायरिया। इसके अलावा थकान, कन्फ्यूजन और पेट-सांस से जुड़ी समस्याएं भी अलग-अलग कारणों की वजह से होते हैं। टीम का कहना है कि ज्यादा उम्र के लोगों, बढ़े हुए वजन और किसी और बीमारी से परेशान हो।
टीम ने एक मॉडल तैयार किया है जिसके आधार पर यह समझा जा सकता है कि किस कैटिगरी में मरीज आता है। इससे उनकी उम्र, जेंडर, बॉडी मास इंडेक्स और पहले की बीमारियों के आधार पर यह फैसला किया जा सकता है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करना है या नहीं। इसकी मदद से इस बात की भी वॉर्निंग दी जा सकती है कि किसे इंटेसिव केयर की जरूरत पड़ सकती है।
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