असम की बाढ़ (Assam Floods) आम लोगों के साथ-साथ अब जानवरों के लिए भी काल बन गई है। (Kaziranga National Park) में बाढ़ के चलते पानी गया है। अभी तक कुल 96 जानवरों की मौत हो गई है। मरने वालों में गैंडे, हिरण, साही, जंगली भैंस, जंगली सुअर और बारहसिंगा शामिल हैं। इसके अलावा सैकड़ों जानवर बाढ़ के पानी के कारण बेहाल हो गए हैं। कई जानवर तो जान बचाने के लिए पार्क से निकलकर सड़क पर आ गए हैं।
असम सरकार ने बताया कि काजीरंगा नैशनल पार्क और टाइगर रिजर्व, बोकाहाट में बाढ़ के चलते अभी तक कुल 96 जानवरों की मौत हो गई है। इसमें 8 गैंडे, 3 जंगली भैंस, सात जंगली सुअर, 2 बारहसिंगा, 74 छोटे हिरण और दो साही शामिल हैं। कई हाथी, गैंडे और अन्य जानवर जान बचाने के लिए उन इलाकों में भाग रहे हैं, जहां पानी नहीं भरा है। इसी कोशिश में कई जानवर मारे गए हैं।
काजीरंगा पार्क का 85 पर्सेंट हिस्सा डूबा
बाढ़ के चलते काजीरंगा पार्क का 85 पर्सेंट हिस्सा पानी में डूब गया है। अभी तक कुल 132 जानवरों को बचाया गया है लेकिन 96 की मौत भी हो चुकी है। बाढ़ के चलते कुल 223 कैंप बनाए गए हैं। आठ जानवर ऐसे भी हैं, जिनका अभी इलाज चल रहा है।
असम आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के अनुसार 33 में से 27 जिलों के करीब 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। कोरोना वायरस के साथ-साथ 22 मई से ही आई इस आपदा से असम मुसीबत में है। 50 हजार लोग अपने घरों को छोड़कर राहत कैंपों में रहने के लिए मजबूर हैं। इसके साथ ही एक लाख हेक्टेयर से भी अधिक खड़ी फसल का नुकसान हुआ है। असम में ब्रह्मपुत्र सहित सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जगहों पर पुल और सड़कें टूट गई हैं। NDRF की 12 टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाई गई हैं।