अपने विधायकों के लगातार पार्टी छोड़ने से परेशान कांग्रेस के लिए का बयान नई टेंशन पैदा कर सकता है। गोविंद सिंह ने कहा है कि कम-से-कम 3-4 और कांग्रेसी विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं। नेपानगर की विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर के विधानसभा से इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुे राजपूत ने यह भी कहा कि कांग्रेस में अब न तो कोई काम करने वाला बचा है, न ही सुनने वाला। इसलिए उसके नेता बीजेपी ज्वॉइन कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब पहले जैसी नहीं रही। वहां अब विकास की बात नहीं होती। कांग्रेस में न तो कोई काम करने वाला बचा है, न ही सुनने वाला। नेता हों या कार्यकर्ता, वे विकास की बात करने वालों के साथ जाते हैं।
राजपूत ने कहा कि कांग्रेस के 3-4 विधायक अब भी बीजेपी के संपर्क में हैं और वे किसी भी समय इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने हालांकि यह दावा भी किया कि कांग्रेस के नेताओं को बीजेपी नहीं बुला रही। वे खुद ही आ रहे हैं क्योंकि बीजेपी में विकास की बात होती है और नेता-कार्यकर्ता को सम्मान मिलता है।
राजपूत ने बीजेपी में विकास पर जोर की बात बताते हुए अपना उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार के रहते उनके विधानसभा क्षेत्र में एक भी विकास के काम नहीं हुए। वहीं, शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद 200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं।
राजपूत का बयान कांग्रेस के लिए चिंता बढ़ाने वाला है क्योंकि पिछले चार महीनों से पार्टी विधायकों में भगदड़ मची हुई है। एक के बाद एक विधायक बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। बीजेपी भी उन्हें सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। 14 ऐसे विधायक फिलहाल शिवराज कैबिनेट में मंत्री हैं जबकि कुछ को निगम-बोर्डों का अध्यक्ष बनाया गया है।
बता दें कि सुमित्रा देवी के इस्तीफे के बाद एक सप्ताह के अंदर कांग्रेस के 2 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं। पिछले सप्ताह के अंत में इसी तरह प्रद्युम्न सिंह लोधी ने पार्टी से इस्तीफा दिया था। इससे पहले मार्च महीने में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी ज्वॉइन करने के साथ 22 विधायकों ने पार्टी छोड़ी थी। इस तरह विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से 24 विधायक अब तक पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं।