में इमरान खान सरकार ने ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम का ऐलान किया है। सरकार ने इस गेम को इस्लाम विरोधी बताते हुए कहा कि इस गेम से युवाओं को लत लग जाती है। सरकार ने यह भी कहा कि इस गेम के कारण युवाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
पाक सरकार ने क्यों लगाया बैन
पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी के अनुसार, पाकिस्तान में पबजी के कारण युवाओं पर कई तरह के मानसिक दबाव पड़ रहे हैं। ऐसे में युवाओं में आत्महत्या के मामसे भी तेजी से बढ़े हैं। इस सरकारी एजेंसी ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि पबजी गेम में कुछ दृश्य इस्लाम विरोधी होते हैं। जिनको पाकिस्तान में इजाजत नहीं दी जा सकती है।
इमरान की पार्टी को होगा नुकसान!
माना जा रहा है कि देश में पबजी बैन करने पर प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पाकिस्तान को चुनावों में नुकसान का सामना करना पड़ा सकता है। यह ऐप युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय है। ऐसे में बैन किए जाने से युवा वोटर इमरान की पार्टी से दूर जा सकते हैं। हालांकि पबजी बैन करने को लेकर इमरान सरकार को सपोर्ट करने वालों की भी कोई कमी नहीं है।
टिकटॉक को बैन करने की अर्जी दाखिल
पाकिस्तान में चीन की लोकप्रिय विडियो ऐप टिकटॉक को बैन करने के लिए भी अर्जी दाखिल की गई है। हालांकि पाकिस्तान में इसे बैन करने को लेकर धार्मिक कारण दिया गया है। अर्जी में कहा गया है कि टिकटॉक के जरिए इस्लाम विरोधी कंटेंट सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान सरकार इस ऐप को बैन किए जाने को लेकर विचार कर रही है।
पबजी से पाक में आत्महत्या के तीन मामले!
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पबजी गेम के कारण युवाओं में आत्महत्या के तीन मामले सामने आए हैं। इन युवाओं के घरवालों ने बताया कि इनपर गेम में दिए जाने वाले टॉस्क को पूरा करने का दबाव था। टॉस्क को पूरा न कर पाने के कारण इन तीनों ने आत्महत्या कर ली।
पहले भी गेम को बैन कर चुकी है पाक सरकार
पाकिस्तान सरकार ने 2013 में कॉल ऑफ ड्यूटी और मेडल ऑफ ऑनर को बैन कर दिया था। इन गेम्स को बैन किए जाने को लेकर सरकार ने तर्क दिया था कि इस गेम्स में पाकिस्तान को आतंकियों का ठिकाना दिखाया गया था। वहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और अलकायदा सहित कई आतंकी संगठनों में संबंध भी दिखाया गया था।