भोपाल, 16 जुलाई (भाषा) गुना में एक कॉलेज की जमीन अतिक्रमण को लेकर पुलिसकर्मियों द्वारा एक दलित दंपत्ति को पीटे जाने की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस जमीन पर अतिक्रमण कांग्रेस के कार्यकर्ता गब्बू पारदी ने किया है और वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का करीबी है। शर्मा ने कहा कि इस मामले में दिग्विजय सिंह की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। शर्मा ने एक सवाल के जवाब में मीडिया से यहां कहा, ‘‘गुना का घटनाक्रम अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। इस मामले में सरकार ने गंभीरता से प्रयास किये हैं। गुना के जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी), और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) को हटाया है। इसके अलावा, छह पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर दिया है।’’ जमीन का कथित अतिक्रमण करने वाले पारदी एवं दिग्विजय सिंह के बीच करीबी संबंध होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, दिग्विजय सिंह एवं गब्बू पारदी का क्या कनेक्शन है? और कॉलेज के जो ठेकेदार हैं, इन सब लोगों में गब्बू पारदी है। वह आदतन अपराधी है, उसके ऊपर 40 मुकदमे दर्ज हैं और वह कांग्रेस का कार्यकर्ता है।’’ शर्मा ने कहा, ‘‘इसकी (गब्बू पारदी की) दिग्विजय सिंह के साथ क्या भूमिका है? क्या संबंध है? इसको लेकर मैंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को पत्र लिखा है। इस घटनाक्रम की जांच गंभीरता के साथ होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि गुना में एक उत्कृष्ट महाविद्यालय निर्माण के लिए लगभग साढ़े चार हेक्टेयर जमीन उच्च शिक्षा विभाग को सौंपी गयी थी और 12 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इस जमीन पर गब्बू पारदी नामक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर रखा था, जिसका लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है और तीन थानों में उस पर कई मामले दर्ज हैं। शर्मा ने बताया कि बुधवार को जब प्रशासनिक अमला इस जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंचा, तो गब्बू पारदी ने उन लोगों को भड़का दिया, जो उसके संरक्षण में उस जमीन पर खेती कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि गब्बू पारदी ने ही एक महिला को कीटनाशक पीने के लिए उकसाया और जब महिला को अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो गब्बू के इशारे पर ही कुछ लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सही है कि स्थिति को संभालने में प्रशासनिक टीम से चूक हुई और एक महिला और पुरुष के साथ पुलिस द्वारा मारपीट की गयी। मुख्यमंत्री ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं और जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने शर्मा के आरोपों को निराधार बताया है और कहा कि गब्बू पारदी भाजपा का कार्यकर्ता है, न कि कांग्रेस का। उन्होंने कहा, ‘‘इस दलित दंपत्ति की पुलिस द्वारा निर्दयतापूर्वक पिटाई की गई थी और पूरे देश ने इसे देखा है। यदि पारदी अपराधी है, तो भाजपा सरकार क्या कर रही है? उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?’’ इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की और वरिष्ठ अधिकारियों के निलंबन की मांग की है।