अगर ऐसा होता है तो खिलाड़ियों को एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ आठ अक्टूबर को होने वाले मैच से पूर्व तैयारी के लिए एक महीने का समय मिलेगा। दास ने एआईएफएफ टीवी से कहा, ‘हम सीनियर पुरुष टीम के लिए सितंबर की शुरुआत में कैंप की योजना बना रहे हैं। हम भुवनेश्वर में कैंप चाहते हैं क्योंकि कतर के खिलाफ मैच वहीं होना है।’
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उन्होंने कहा, ‘हम ओडिशा सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के संपर्क में भी हैं। हमें उनकी भी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है। यह अजीब स्थिति है लेकिन हालात को देखते हुए हमें सर्वश्रेष्ठ संभव समाधान निकालना होगा।’
ओडिशा में कोरोना वायरस के 14 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं जबकि 75 से अधिक लोगों की मौत हुई है। भारत पहले ही 2022 वर्ल्ड कप में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो गया है लेकिन वह 2023 एएफसी एशिया कप में जगह बनाने की रेस में है क्योंकि यह संयुक्त क्वॉलिफिकेशन अभियान है।
कतर के बाद भारत बांग्लादेश के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 12 नवंबर को और अफगानिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 17 नवंबर को खेलेगा। दास ने स्वीकार किया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण आयु वर्ग की टीमों के लिए कैंप के आयोजना की योजना खटाई में पड़ गई है।
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उन्होंने हालांकि कहा कि एआईएफएफ जल्द ही अंडर-16 पुरुष और अंडर-17 महिला टीमों के लिए कैंप के आयोजन का तरीका ढूंढेगा। अंडर-16 लड़कों की टीम को 25 नवंबर से एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है जबकि अंडर-17 महिला टीम को अंडर-17 फीफा महिला वर्ल्ड कप में हिस्सा लेना है जिसकी मेजबानी भारत अगले साल 17 फरवरी से सात मार्च तक करेगा।
दास ने कहा कि एआईएफएफ ने अंडर-16 पुरुष टीम के लिए विदेश दौरे की योजना बनाई थी लेकिन फिलहाल यह रद्द हो गई है।