गुना की रोतीं तस्वीरें किसान हितैषी होने का दंभ भरने वाली शिवराज सरकार से पूछ रही है कि, ये कैसा राज है। ये तस्वीरें भोपाल से सटे गुना जिले की है, जहां मंगलवार को कॉलेज के लिए आवंटित जमीन को पुलिस खाली कराने पहुंची थी। किसान परिवार ने कहा कि 2 लाख रुपये लेकर इस पर बोवनी की है। इस फसल को काटने के बाद जमीन खाली कर दूंगा। लेकिन जमीन को खाली कराने पहुंचे, पुलिस के जवान और अधिकारी सुनने को तैयार नहीं थे। साथ किसानों परिवार पर पुलिस के कई जवान बेरहमी से लाठियां बरसा रहे थे।
पुलिस गरीब किसान परिवार की बात सुनने को तैयारी नहीं थी। परिवार लात और लाठियां चला रही थी। लाचार किसान दंपति ने गुस्से में कीटनाशक पी लिया है। लेकिन अफसर इन चीजों से बेपरहवाह थे। किसान कह रहा था कि मैं कब्जेदार नहीं हूं, बटिया से जमीन ली है अब कर्ज में डूब चुका हूं। लेकिन पुलिस जमीन को खाली कराने पर अड़ी थी। कीटनाशक पीने के बाद दंपति बेहोश होकर गिर गया है। उसके बाद पुलिस वाले उन्हें जैसे-तैसे टांगकर अस्पताल ले गए।
घटना का कुछ लोगों ने वीडियो भी बनाया है। वायरल वीडियो में महिला पुलिसकर्मी किसान परिवार को लात मार रही है। एक जवान महिला और उसके पति को पकड़े हुए है। वहीं, महिला पुलिसकर्मी उसे लात मार रही है। किसान दंपति अपने 7 बच्चों के साथ इस जमीन को खाली करने से रोक रहा था। जमीन जगनपुर चक के पास साइंस कॉलेज के लिए आवंटित की गई है।
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यहीं, किसान पुलिस के हाथों बेरहमी से पीट रहा था। उसे बचाने आई पत्नी और बच्चों को भी जवानों नहीं छोड़ा। महिला के कपड़े तक को पुलिसकर्मियों ने फाड़ डाले। अब इसे लेकर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। उसके बाद एक्शन में सरकार आई है।
वहीं, कार्रवाई के बाद किसान की पत्नी जमीन पर बेसुध पड़े थे। पास में बैठे बच्चों की चीत्कार सुन किसी का भी कलेजा कांप उठता। मां की हालत देख सभी बच्चे वहां बैठ कर रो रहे थे। बच्चों की हालत पर भी कार्रवाई के लिए आए अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा था।
दरअसल, गुना जिले स्थित कैंट थाने के जगनपुर चक्र में मंगलवार को राजस्व विभाग और पुलिस की टीम जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई थी। इस जमीन को किसान राजकुमार बटाई पर ले रखा है। यह जमीन पूर्व से साइंस कॉलेज के लिए आवंटित है और पुलिस पहले भी इसे एक अवैध कब्जे से खाली करा चुकी है। मंगलवार को कार्रवाई के लिए पहुंची प्रशासन से किसान दंपति ने कहा कि फसल काटने तक रुक जाइए। पुलिस नहीं मानी और जेसीबी चलावा दिया।
घटना सामने आने के बाद राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी एक्शन में आ गए। उन्होंने कहा कि गुना की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर के ऐसे असंवेदनशील और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया है। एक घंटे बाद ही सिंधिया ने कहा कि गुना की घटना सीएम ने एक्शन लिया है। गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना-शिवपुरी से ही लोकसभा के चुनाव लड़ते रहे हैं।