लद्दाख में चीन के साथ तनाव चरम पर है। अब भारत धोखेबाज चीन को हर तरीके से सबक सिखाने की तैयारी कर रहा है। सेना, वायुसेना और नेवी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वायुसेना अपने लड़ाकू विमानों को फॉरवर्ड बेस में तैनात कर रही है। इस बीच, वायुसेना चीफ आरएकएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया है। इसे चीन को बड़े संकेत देने के तौर पर देखा जा रहा है। यहां से लद्दाख में किसी भी ऑपरेशन को तत्काल अंजाम दिया जा सकता है।
पढ़ें, चीन को यहां से मिलेगा करारा जवाब
बता दें कि पूर्वी लद्दाख इलाके में किसी भी प्रकार का ऑपरेशन के लिए ये दोनों एयरबेस बेहद अहम है। भदौरिया का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारत के 20 जवानों की शहादत के बाद तीनों सेना के चीफ ने मौजूदा हालत का जायजा लिया था। इस बैठक के कुछ दिन बाद ही भदौरिया इस दौरे पर आए हैं।
सरकारी सूत्रों ने ANI को बताया, ‘एयरफोर्स चीफ दो दिन के दौरे पर आए थे और ऑपरेशनल जायजा लिया।’ बता दें कि चीन के लद्दाख सीमा पर उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और यहां 10 हजार सैनिकों की तैनाती कर रखा है।
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लेह से श्रीनगर सब चाक-चौबंद
अपने दौरे के पहले चरण में एयरचीफ 17जून को लेह पहुंचे थे जहां से वह श्रीनगर एयरबेस 18 जून को गए। ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख इलाके के करीब है और किसी भी लड़ाकू विमान के लिए यहां उड़ान भरना आसान है और यहां से चीन पर भारत को बढ़त भी हासिल है। जब वायुसेना चीफ की यात्रा की पुष्टि के लिए IAF के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी से संपर्क किया गया तो उन्होंने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
वायुसेना की बड़ी तैयारी
चीन की नापाक हरकत को देखते हुए वायुसेना ने सुखोई 30MKI, मिराज 2000 और जगुआर लड़ाकू विमान को फ्रंटलाइन पर पहुंचा दिया है। जहां से ये विमान शॉर्ट नोटिस पर ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। भारतीय सेना को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सपोर्ट के लिए अमेरिकी अपाचे हेलीकॉप्टर को भी नजदीक में ही तैनात किया गया है। चिनूक हेलीकॉप्टर को भी के करीब तैनात कर दिया गया है। MI-17V75 हेलीकॉप्टर को मटिरियल ढोने के लिए तैनात कर दिया गया है।
लद्दाख और तिब्बत इलाके के कई बेस लेह, श्रीनगर, अवंतिपुर, बरेली, आदमपुर, हलवारा (लुधियाना), अंबाला, सिरसा में भारतीय वायुसेना के विमान अलर्ट मोड में हैं। यही नहीं, भारतीय वायुसेना ने चीनी हेलीकॉप्टर के भारतीय वायु सीमा के उल्लंघन करने की कोशिश के बाद ही वहां Su-30 टोही विमान को तैनात कर दिया था।