हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के सबसे बड़े राजदार गुड्डन त्रिवेद उर्फ अरविंद को कानपुर पुलिस महाराष्ट्र से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई है। मंगलवार देर शाम पुलिस को लेकर चौबेपुर थाने पहुंची। पुलिस के आलाधिकारियों ने गुड्डन त्रिवेदी से देर रात तक पूछताछ करती रही। गुड्डन त्रिवेदी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के सभी राज जानता था। गुड्डन हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के कई राज उगल सकता है, जिसमें सफेदपोश से लेकर कई खाकी वर्दी वाले भी बेनकाब हो सकते हैं।
गुड्डन त्रिवेदी उर्फ अरविंद कानपुर देहात से जिला पंचायत सदस्य है। गुड्डन रूरा कस्बे में परिवार के साथ रहता है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गैंग का सबसे सक्रिय सदस्य था। सूत्रों के मुताबिक गुड्डन त्रिवेदी ने हत्याकांड में असलहे मुहैया कराए थे। फरारी काट रहे बदमाश को ठहरने और उनकी मदद करने के की बात सामने आई है। गुड्डन त्रिवेदी के मोबाइल की सीडीआर के मुताबिक मुठभेड़ की रात उसकी लोकेशन रूरा की मिली है।
चार दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया है गुड्डन
जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी को उसके ड्राइवर सोनू के साथ महाराष्ट्र एटीएस ने पकड़ा था। कानपुर पुलिस ने गुड्डन त्रिवेदी का बिकरू हत्याकांड में शामिल होने से इंकार किया था। इसके बाद कानपुर पुलिस गुड्डन त्रिवेदी को ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाने का फैसला किया। कोर्ट ने चार दिनों का ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर पुलिस को सौंपा है, इसके साथ ही प्लेन से जाने का आदेश दिया था।
गुड्डन की निशानदेही पर पुलिस ने कई जगह दी दबिश
गुड्डन से पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग भी लगे है। गुड्डन की निशानदेही पर पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश भी दी है। इसके साथ बिकरू गांव हत्याकांड में फरार चल रहे अपराधियों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
गुड्डन त्रिवेदी के हैं राजनीतिक संबंध
जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी के सभी राजनीतिक पार्टियों से संबंध है। विकास दुबे और गुड्डन त्रिवेदी ने एक साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। गुड्डन किसी भी वारदात में सीधे शामिल नहीं होता था। वो पर्दे के पीछे से पूरा वारदात पर नजर रखता था। अपने राजनीतिक रसूख के बल पर अपने साथियों की मदद करता था। गुड्डन ने विकास की हर एक घटना में पर्दे के पीछे से साथ दिया है।