टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर दिलीप दोशी का मानना है कि () सभी प्रारूपों में इस समय भारतीय टीम के नंबर वन स्पिनर हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें सबसे बेहतर स्पिनर मानता हूं। मैं हर बार उन्हें टीम में मौका दूंगा।’ भारत के लिए 33 टेस्ट और 15 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले दोशी ने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से मजाक भी किया।
उन्होंने कहा, ‘भारतीय परिस्थितियों में अश्विन का रेकॉर्ड शानदार है लेकिन उन्हें फैसला करना होगा कि वह ऑफ स्पिनर हैं अथवा नहीं। अगर वह अपने आप को ऑफ स्पिनर मानते हैं तो उन्हें लगातार अपनी स्टॉक गेंद फेंकनी होगी।’
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव पर दोशी ने कहा, ‘देखिए, कुलदीप शानदार प्रतिभा वाले इनसान हैं। वह जितनी ज्यादा गेंदबाजी करेंगे उतने बेहतर होते जाएंगे। चहल की बात करूं तो नहीं जानता लेकिन उनमें कुछ तो अच्छा होगा तभी वह सीमित ओवरों के प्रारूप में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। मैं देखना चाहूंगा कि क्या वह फर्स्ट क्लास मैच में 30 ओवर फेंक सकते हैं।’
1970 के दशक में दिलीप दोशी का शुरुआती करियर भारतीय स्पिन चौकड़ी बिशन सिंह बेदी और इरपल्ली प्रसन्ना, एस. वेंकटराघवन और लेग स्पिनर भगवत चंद्रशेखर के साए में रहा। बाएं हाथ के स्पिनर्स स्वर्गीय राजिंदर गोयल, राजिंदर हंस और पद्माकर शिवालकर को कभी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन दिलीप दोशी ने 32 साल की उम्र में डेब्यू किया और भारत के लिए 33 टेस्ट और 15 वनडे इंटरनैशनल मुकाबले खेले।
दोशी कहते हैं, ‘तब चयनकर्ता बहुत अजीब व्यवहार करते थे। कुछ क्रिकेटर थे जो खेल से भी बड़े हो गए थे। लेकिन मैं खुद को लकी समझता हूं, जो भारत के लिए खेला। मैं वहां खेल सका और भारत को कुछ मैच जितवाने में मदद कर सका।’