भोपाल, 18 जून (भाषा) मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों के लिये शुक्रवार को होने वाले चुनाव में भाजपा के दो उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी तथा कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के जीतने की उम्मीद है। वहीं कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार वरिष्ठ दलित नेता फूल सिंह बरैया के लिये कांग्रेस के पास पर्याप्त मत नहीं होने की वजह से उनके जीतने की संभावनाएं कम है। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिये शुक्रवार को चुनाव होने जा रहे हैं। विधानसभा की वर्तमान संख्या बल के मान से भाजपा के पास अपने दोनों उम्मीदवारों को निर्वाचित कराने के लिये विधायकों के पर्याप्त मत हैं। वहीं कांग्रेस के पास दिग्विजय सिंह को दूसरी दफा राज्यसभा में भेजने के लिये मत पर्याप्त हैं लेकिन दूसरे उम्मीदवार बरैया को निकालने के लिये अपेक्षित मत नहीं है। मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं तथा फिलहाल 24 सीटें रिक्त होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है। इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक तथा चार निर्दलीय विधायक हैं। इस स्थिति में राज्यसभा में निर्वाचन के लिए किसी भी उम्मीदवार को 52 मतों की जरुरत होगी। कांग्रेस दिग्विजय सिंह के चुनाव के लिये अपने 54 विधायकों को उन्हें वोट देने के लिए कह चुकी है। इस स्थिति में भाजपा अपने दम पर अपने दोनों उम्मीदवारों को जीता सकती है। इसके अलावा बसपा के दो, सपा का एक और दो निर्दलीय विधायक बुधवार रात को प्रदेश भाजपा कार्यालय में रात्री भोज में शामिल हो भाजपा के खेमे में होने के संकेत दे चुके हैं। इस बीच, प्रदेश में सत्तारुढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने चुनाव के लिये अपनी रणनीति को अंतिम रुप देने के लिये यहां बृहस्पतिवार को बैठकें की। भाजपा विधायकों के एक बैठक रात को भी होने जा रही है। कांग्रेस के एक विधायक ने पीटीआई को बताया कि कांग्रेस के विधायक शुक्रवार सुबह को एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर एकत्रित होगें और वहां से एक साथ ही बसों में विधानसभा मतदान के लिये जायेगें। वहीं भाजपा विधायकों ने आज दोपहर भोजन के साथ यहां बैठक की और भाजपा नेताओं ने विश्वास पूर्वक कहा कि उनके दोनों उम्मीदवार सिंधिया और सोलंकी चुनाव जीतेंगे। मार्च में सिंधिया कांग्रेस से अलग हो भाजपा में शामिल हो गये थे। इसके बाद उनके समर्थक विधायकों के भी त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गयी थी। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह का राज्यसभा चुनाव जीतने से भाजपा को आगामी 24 विधानसभा सीटों में फायदा होगा क्योंकि तब हम यह कह सकगें कि दिग्विजय सिंह एक वरिष्ठ दलित नेता फूल सिंह बरैया का मौका छीन कर राज्यसभा सांसद बने हैं।