'ODI में धोनी गांगुली से बेहतर कप्तान लेकिन…'

नई दिल्ली
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने को सीमित ओवरों के प्रारूप में से बेहतर कप्तान बताया है। गंभीर ने इसके पीछे धोनी की जीती ट्रोफी को कारण बताया है। हालांकि गंभीर ने साफ किया कि धोनी को एक अनुभवी टीम मिली थी जिसे गांगुली ने तैयार किया था।

पूर्व क्रिकेटरों गौतम गंभीर, कुमार संगाकार, ग्रीम स्मिथ और के. श्रीकांत के बीच महेंद्र सिंह धोनी और सौरभ गांगुली के बीच वनडे क्रिकेट की कप्तानी में हो रही तुलना के दौरान गांगुली ने यह बात की।

स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड के दौरान गंभीर ने माना कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में धोनी गांगुली से आगे रहे क्योंकि उन्होंने सभी आईसीसी ट्रोफी जीती हैं।

गंभीर ने कहा, ‘धोनी सीमित ओवरों के प्रारूप में सौरभ गांगुली से बेहतर कप्तान थे क्योंकि अगर आप सिर्फ ट्रोफी की बात करें तो टी20 वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रोफी और 50 ओवर वर्ल्ड कप- आईसीसी टूर्नमेंट में कोई खिताब नहीं जो धोनी ने न जीता हो।’

उन्होंने कहा, ‘एक कप्तान के रूप में बेशक आप इससे बेहतर रेकॉर्ड नहीं रख सकते। मुझे कोई संदेह नहीं कि सफेद बॉल क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी गांगुली से आगे हैं।’

हालांकि गंभीर ने कहा, ‘जब गांगुली ने कप्तानी संभाली तो उनके पास वीरेंदर सहवाग, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और मोहम्मद कैफ जैसे कम अनुभव वाले खिलाड़ी थे। इन्हें तैयार करने की जरूरत थी।’

गंभीर ने कहा, ‘जब महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी संभाली तो ये सभी खिलाड़ी विश्व स्तरीय हो चुके थे। किसी भी टीम को हराने का माद्दा रखते थे।’

उन्होंने कहा, ‘एमएस धोनी को ऐसे अनुभवी खिलाड़ी मिले जिन्होंने सौरभ गांगुली की कप्तानी में शुरुआत की।’

इरफान पठान भी महेंद्र सिंह धोनी को वनडे इंटरनैशनल में सौरभ गांगुली से बेहतर कप्तान बताया। उन्होंने गांगुली को अनलकी बताया जो अहम आईसीसी टूर्नमेंट में आखिरी पड़ाव पार नहीं कर पाए।

पठान ने कहा, ‘अगर आप 2002 की चैंपियंस ट्रोफी की बात करें तो भारत श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता रहा। उस मैच में भारत का पलड़ा भारी था। अगर मैच हुआ होता (बारिश के कारण मैच पूरा नहीं हो पाया था) तो भारतीय टीम चैंपियंस ट्रोफी की अकेली विजेता होती। वहां कप्तान सौरभ गांगुली थे। तो इस पड़ाव पर गांगुली और धोनी बराबर होते।’

2003 वर्ल्ड कप के बारे में बात करते हुए पठान ने कहा, ‘अगर आप 2003 वर्ल्ड कप की बात करें तो हमारे पास शानदार टीम थी जो फाइनल में खेली। अगर हम वो एक मैच जीत जाते तो हम सौरभ गांगुली की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीत जाते। तो एक-एक मैच की वजह से पलड़ा थोड़ा सा धोनी की ओर झुकता है।’

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