राजस्थान कांग्रेस में चल रही उथलपुथल के बीच बीजेपी पर सरकार गिराने की कोशिशों के आरोप लग रहे हैं। राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं और यह कांग्रेस के भीतर की लड़ाई है। एनबीटी से बात करते हुए पूनिया ने कहा कि बीजेपी दर्शकदीर्घा में है और अगर अपने कर्मों से राजस्थान सरकार गिरती है तो हम उसका आनंद लेंगे।
असफलता छुपाने की कोशिश
सतीश पूनिया ने कहा कि इस विवाद में बीजेपी कहीं है ही नहीं, यह कांग्रेस का अपना झगड़ा है। यह आज से नहीं है जबसे सरकार बनी है तबसे यह झगड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर तो आरोप वह ध्यान भटकाने के लिए लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री का टारगेट सचिन पायलट हैं। वह खुद नायक बनना चाह रहे हैं और पायलट को खलनायक बनाना चाह रहे हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि सीएम पिछले पौने दो साल की सरकार की असफलता को ढकना चाह रहे हैं। कोविड के मैनेजमेंट में राजस्थान सरकार पूरी तरह फेल हुई, 500 से ज्यादा मौत हुई हैं। गहलोत साहब पुराने पॉलिटिशियन हैं तो उन्होंने असफलता छुपाने का ये तरीका निकाला है।
सीएम बनना चाहते थे पायलट
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब सचिन पायलट राजस्थान आए तो वह सीएम बनने की महत्वाकांक्षा के साथ आए थे। तब से कांग्रेस में दो पावर सेंटर बने हैं। पूनिया ने कहा कि राजभवन में जब सीएम पद की शपथ ली गई तब भी सचिन पायलट मुख्यमंत्री के नारे लगे। तब से ये झगड़ा चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि जब राज्यसभा का चुनाव हुआ तब हमने बस नॉमिनेशन फाइल किया था उस पर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया। उसके बाद इन्हें बाड़ाबंदी करनी पड़ी। अगर उनमें यूनिटी है और सिक्योर हैं तो इन चीजों की जरूरत नहीं होती है। इसलिए मुझे लगता है कि इनका विवाद बहुत बड़ गया है। बीजेपी पर तो ये खाली आरोप लगा रहे हैं जबकि अपनी असफलता छुपाने के लिए ये ऐसा कर रहे हैं।
कभी घोड़ा-कभी बकरा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ‘राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कहा कि हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है। अगर ऐसा है तो 2008 में कांग्रेस ने क्या किया था, तब इन्होंने बीएसपी को मर्ज किया और फिर 2018 में भी ऐसा ही किया। जबकि वह मर्जर ही गलत था, उसकी याचिका स्पीकर के वहां पेंडिंग है। बीजेपी पर आरोप गलत हैं, कभी घोड़ा बताते हैं कभी बकरा बताते हैं, कहते हैं बकरा मंडी बनी हुई है। हमारी तरफ से कोई एक्शन रिएक्शन नहीं है। वह खुद ही डरे हैं।
सरकार गिर रही है तो हम थोड़ी बचाएंगे
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अपने कर्मों से सरकार गिरती है तो हम उसका आनंद लेंगे। उन्होंने कहा कि ‘राज्यसभा चुनाव में इन्होंने कहा कि हमारे पास बहुमत है दो सीटें जीतेंगे तो वह जीत गए, फिर अब डर किस बात का है। इनका आलाकमान कमजोर हो चुका है। जब इस तरह की लीडरशिप क्राइसिस होती है तो वह हमारी जिम्मेदारी तो है नहीं। सरकार गिर रही है तो हम थोड़ी बचाएंगे।‘ उन्होंने कहा कि हमारे पास तो सब तरह के लोग आते हैं, कांग्रेसी भी आते हैं, सोशलिस्ट भी आते हैं, हम उनका स्वागत करते हैं। हमसे कोई समर्थन मांगेगा तो विचार करेंगे। सरकार गिरने की स्थिति में क्या बीजेपी सरकार बनाने को तैयार है, यह पूछने पर पूनिया ने कहा कि हमारे पास 75 विधायक हैं, क्या स्थिति बनती है हम विश्लेषण करेंगे उसके बाद फैसला लेंगे। वैसे भी राजस्थान की सरकार के पास ज्यादा मार्जन भी नहीं हैं। दूसरी बड़ी संख्या हमारी है। उस पर क्या संभावना बनेगी वह हम देखेंगे।
क्या एमपी का एपिसोड दोहराया जा रहा है
कुछ वक्त पहले मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। जिसके बाद बीजेपी की सरकार बन गई। क्या मध्यप्रदेश का एपिसोड राजस्थान में भी दोहराया जा रहा है यह पूछने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इससे इनकार कौन करेगा। उनकी पार्टी की जो स्थिति बनी हुई है, उनके नेताओं का अपमान हो रहा है। सरकार की असुरक्षा जाहिर हो रही है। यह सरकार अपने कर्मों से गिर जाएंगी हमें कुछ करने की जरूरत ही नहीं होगी। क्या सचिन पायलट बीजेपी के संपर्क में हैं? इस पर उन्होंने कहा कि मेरे संपर्क में नहीं हैं, बीजेपी में किसके संपर्क में हैं यह मुझे जानकारी नहीं। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कई लोग बीजेपी में आते हैं हम बहुतों का स्वागत करते हैं। आलाकमान जो कहेगा उसे फॉलो करेंगे।