पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस के इलाज के अगल पड़ाव की ओर ऑस्ट्रेलिया कदम रखने जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड में तैयार की जा रही COVID-19 वैक्सीन इंसानों पर ट्रायल के लिए तैयार है। इसके साथ ही उम्मीद जगी है कि अब तक दुनिया में 5.5 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुके कोरोना वायरस को शायद रोका जा सके।
सफल रहा जानवरों पर ट्रायल
मॉलिक्युलर क्लैंप पर आधारित वैक्सीन कैंडिडेट का इंसानों पर ट्रायल सोमवार को किया जाएगा। इससे पहले नीदरलैंड्स में इसका जानवरों पर ट्रायल किया गया था। ब्रिसनबेन के संडे मेल ने यह जानकारी दी है। वहीं, देश की प्रीमियर अन्नस्टेसिया पलाशुक ने क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी की तारीफ की है और यहां के वैज्ञानिकों के काम को प्रेरणात्मक बताया है। साथ ही, उम्मीद जताई है कि सोमवार को यूनिवर्सिटी और जानकारी देगी।
‘सुरक्षा की गारंटी के बाद आगे बढ़े’
उन्होंने कहा है कि इस जानकारी के मिलने से सभी बेहद उत्साहित हैं और अभी काम अपने शुरुआती चरण हैं। वहीं, नैशनल सेंटर फॉर इम्यूनाइजेशन रिसर्च ऐंड सर्विलांस में क्लिनिकल रिसर्च के हेड प्रफेसर रॉबर्ड बूयी ने बताया है कि जानवरों के ट्रायल में सभी मानक पार किए गए जिसके बाद इंसानों पर ट्रायल किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि बिना सुरक्षा की गारंटी के आगे बढ़ने का सवाल नहीं है और इसके बारे में वैज्ञानिकों को काफी आत्मविश्वास है।