
इंग्लैंड ने दर्शकों के बिना रोस बाउल पर कल के स्कोर बिना किसी नुकसान के 15 रन से आगे खेलना शुरू किया। सुबह बल्लेबाज इतना धीमा खेल रहे थे कि एक समय नौ ओवर में तीन ही रन बने। पूरे सत्र में 30 ओवर में 64 रन ही बन सके। इस तरह पहले सत्र का खेल भी काफी धीमा और उबाऊ रहा। बर्न्स के रूप में एकमात्र विकेट गिरा जो रोस्टन चेस की गेंद पर बैकवर्ड पॉइंट में जॉन कैंपबेल को कैच देकर लौटे। उन्होंने 104 गेंद में 42 रन बनाए।
दिन के दूसरे सत्र में 30 ओवर में 89 रन बने और दो विकेट गिरे। इस सत्र में डॉम सिबले (50) टेस्ट क्रिकेट में अपने दूसरे अर्धशतक तक पहुंचने के तुरंत बाद आउट हो गए। उन्होने शेनोन गैब्रियल की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया। तीसरे नंबर के बल्लेबाज जो डेनली ने चेस की गेंद पर शार्ट मिडविकेट पर कैरेबियाई कप्तान जेसन होल्डर को शॉर्ट मिडविकेट पर कैच दिया। वह 29 रन बनाकर आउट हुए।
चायकाल तक इंग्लैंड का स्कोर 70 ओवर में 3 विकेट पर 168 रन थे, लेकिन इसके बाद मेजबान ने रन बनाने में तेजी दिखाई और उसका खामियाजा भी उसे भुगतना पड़ा। पारी के 90वें ओवर में जेसन होल्डर ने एक बार फिर बेन स्टोक्स को आउट किया। वह 79 गेंदों में 4 चौके की मदद से 46 रन बनाकर चलते बने। इसके अगले ही ओवर में जैक क्रावली अल्जारी जोसफ के शिकार बने। उन्होंने 127 गेंदों में 8 चौके की मदद से 76 रन बनाए।
जोस बटलर ने पहली पारी में 35 रन बनाए थे। उम्मीद थी कि दूसरी पारी में कुछ बेहतर करेंगे, लेकिन वह नाकाम रहे। वह सिर्फ 9 रन बनाकर अल्जारी जोसफ की सीधी गेंद पर बोल्ड हो गए।
वेस्टइंडीज के लिए शेनोन गैब्रियल ने एक बार फिर उम्दा बल्लेबाजी करते हुए 3 विकेट लिए, जिसमें से दो विकेट अंतिम सत्र में झटके। जिसने वेस्टइंडीज की जोरदार वापसी में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने डॉम बीस (3) और पॉप ओली (12) को बोल्ड किया। पहली पारी में छह विकेट लेने वाले होल्डर को एक विकेट मिला। रोस्टन चेस और अलजारी जोसेफ ने दो-दो विकेट लिए। अब वेस्टइंडीज का लक्ष्य सुबह के सत्र में दोनों को जल्दी आउट करके 200 रन से कम का लक्ष्य हासिल करना होगा।