
मैच के दूसरे दिन वेस्ट इंडीज ने अपनी बोलिंग का दम दिखाकर इंग्लैंड को सस्ते में ही समेट दिया था। तीसरे दिन 57/1 के स्कोर से अपनी पारी को आगे बढ़ाने आई विंडीज ने पहले सत्र में जमकर दम दिखाया। गुरुवार को नाबाद पविलियन लौटे दोनों बल्लेबजाों ने पहले घंटे के खेल में इंग्लैंड को कोई सफलता हाथ लगने नहीं दी और स्कोर को 100 के पार पहुंचा दिया।
वेस्ट इंडीज का यह ओपनिंग बल्लेबाज बीते साल कोई हाफ सेंचुरी भी नहीं जड़ पाया था। लेकिन इस मैच में वह धैर्य और अनुशासन के साथ आगे बढ़ रहे थे। उनका यह संकल्प उनके और टीम के काम आया। ब्रैथवेट ने बेन स्टोक्स की गेंद पर आउट होने से पहले शानदार 65 रन बनाए और अपनी टीम को मजबूत स्थित में ला दिया।
इस बीच पहले सत्र में विंडीज को दो झटके लगे। इसके बावजूद लंच सत्र तक विंडीज ने 159 रन बोर्ड पर जोड़ लिए थे और वह इंग्लैंड से मात्र 45 रन पीछे थी। ब्रैथवेट के शामारा ब्रूक्स ने विंडीज की पारी को बखूबी संभाला। हालांकि लंच के बाद ब्रूक्स (39) जल्दी ही आउट होकर पविलियन लौट गए।
लंच से पहले मेहमान टीम को दो झटके देकर भोजन पर पहुंची इंग्लिश टीम ने दिन के दूसरे सत्र में भी जल्दी ही उसे दो और सफलताएं दिला दीं। भोजन के बाद अच्छी बल्लेबाजी कर रहे शामारा ब्रूक्स (39) और जे. ब्लैकवुड (12) को भी पविलियन की राह दिखाई। इस तरह विंडीज ने 186 रन 5 विकेट गंवा दिए।
200 रन से पहले अपनी आधी टीम गंवाने वाली विंडीज की हालत जेम्स एंडरसन की अगुआई वाले बोलिंग अटैक के सामने और भी खस्ता हो सकती थी। लेकिन यहां से अनुभवी बल्लेबाज रोस्टन चेज और शेन डॉवरिच ने समय पर पारी को संभाला और विंडीज के लिए एक बड़े स्कोर का रास्ता तैयार कर दिया। हालांकि चेज (47) थोड़े से दुर्भाग्यशाली रहे जो अपनी फिफ्टी पूरी करने से चूक गए।
एक समय विंडीज की टीम बड़े स्कोर की ओर जाती दिख रही थी। रोस्टन चेज और शेन डॉवरिच ने इंग्लिश अटैक की धार कुंद कर दी थी। लेकिन यहां से कप्तान बेन स्टोक्स ने बोलिंग की कमान संभाली और डॉवरिच समेच वेस्ट इंडीज के 4 खिलाड़ियों को पविलियन की राह दिखाई। स्टोक्स के अलावा एंडरसन से तीन और डॉम बेस 2 विकेट अपने नाम किए। हालांकि स्टोक्स का जादू चलने में कुछ देर हो गई और विंडीज की टीम ने 318 के स्कोर पर अपनी पारी सिमटने तक उस पर 114 रन की बढ़त बना ली।
इंग्लिश पेस अटैक में इन दिनों जोफ्रा आर्चर की खूब धाक है। इसके अलावा स्टुअर्ट ब्रॉड की जगह खेल रहे मार्क वुड से भी टीम को खासी उम्मीदें थीं। लेकिन ये दोनों ही खिलाड़ी कोई कमाल नहीं कर सके। आर्चर ने 22 ओवर तक बोलिंग की लेकिन उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई। इतने ही ओवर फेंकने वाले मार्क वुड को पारी के अंतिम विकेट के रूप में एक मात्र विकेट मिला।
इस मैच में इंग्लिश टीम अभी तक बैकफुट पर ही दिखई है। तीसरे दिन के अंत से पहले उसके लिए 10 ओवर की चुनौती और थी, जिसे उसके ओपनर्स रोरी बर्न्स (10*) और डॉमिनिक सिबली (5*) ने बखूबी पूरा कर दिया। अब इंग्लैंड को शनिवार को अपने बल्लेबाजों से दमदार वापसी की आस है।