इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज () ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ शुरुआती टेस्ट से बाहर होने के बाद ‘निराशा और गुस्सा’ महसूस किया। ब्रॉड ने कहा कि उन्होंने इसके बाद टीम में अपने भविष्य को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार को शुरू हुए पहले टेस्ट में मेजबान देश ने तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन, मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर के अलावा कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स और स्पिनर डॉम बेस के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया।
टेस्ट इतिहास में इंग्लैंड के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज ब्रॉड ने 485 विकेट लिए है। वह आठ साल बाद घरेलू मैच में अंतिम 11 का हिस्सा नहीं हैं। इससे पहले 2012 में उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ ही विश्राम दिया गया था। ब्रॉड ने स्काई स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में कहा, ‘मुझे इसके बारे में मैच से एक दिन पहले शाम छह बजे पता चला जब स्टोक्स ने कहा कि वे इन परिस्थितियों में एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘मैं निराश, क्रोधित और हतोत्साहित हो गया हूं, क्योंकि यह फैसला समझना काफी मुश्किल है। मैंने शायद पिछले दो वर्षों में सबसे अच्छी गेंदबाजी की है। मुझे ऐसा लगा मानो एशेज और दक्षिण अफ्रीका में जीत के समय मेरी जगह टीम में मेरी शर्ट थी।’
पिछली एशेज सीरीज और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे 34 साल के ब्रॉड ने कहा कि राष्ट्रीय चयनकर्ता एड स्मिथ ने उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। स्मिथ ने कहा, ‘मैं उनसे अपने भविष्य पर स्पष्ट प्रतिक्रिया चाहता था और उन्होंने मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।’