कोरोना वायरस का सबसे पहले शिकार बने चीन के वुहान शहर को अब एक नई आपदा का सामना करना पड़ रहा है। जून की शुरुआत से हो रही बारिश अब धीरे-धीरे विकराल रूप लेती जा रही है। 7 बार वुहान में मूसलाधार बारिश हुई है जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यांगजे नदी के पास बसे चार शहरों में बाढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां सड़कें और मैदान पानी से भर गए हैं और कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ है। नदी के भी उफान पर होने से बाहर आने की आशंका है। अभी तक तूफान की वजह से 140 लोगों के मरने या लापता होने की आशंका है जबकि करीब 8.6 अरब डॉलर के नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है।
हुबेई प्रांत के शियानिंग और शिंझो और शियांगशी के नान्चांग और शंगराओ में रेड अलर्ट जारी किया गया है। वुहान में भी आपातकाल जैसे हालात हैं। इससे पहले जनवरी में कोरोना वायरस की महामारी की वजह से हुबेई की इस राजधानी में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। वहीं, स्थानीय सरकार ने यांगजे के किनारे बालू के बैग लगाने का काम वर्करों को सौंपा है। अधिकारी नदी के तट पर बने पोस्ट्स पर खड़े होकर उसके बढ़ते हुए स्तर को मॉनिटर कर रहे हैं। वर्कर्स नावों के गेटों को बंद कर रहे हैं और अस्थायी दीवार खड़ी की जा रही है।
एक वर्कर ने बताया कि आने वाले दिनों में और भारी बारिश का सामना करने की तैयारी है। यांगजे की सहायक नदियों के कारण पानी का स्तर और बढ़ेगा। इसके लिए बालू के बोरों से दो मीटर ऊंची दीवार तैयार की गई है लेकिन पानी तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि एक दिन में पानी पैर के तले से घुटने के ऊपर पहुंच चुका है। नदी के किनारे बने प्रॉमिनाड को लोगों के लिए बंद किया जा चुका है। हालांकि, कई जगहों पर लोग चेतावनी अनसुनी कर स्विमिंग तक को चले गए।
वुहान सरकार ने नावों के 188 गेट और नदी के पोर्ट को बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही 12,000 लोगों को खतरे वाली जगहों की पट्रोलिंग के लिए तैनात किया है। वुहान के हानकू पोर्ट पर गुरुवार को पानी अलर्ट स्तर के 61 सेंटीमीटर ऊपर था। सरकार ने एक रिपोर्ट जारी कर यह भी बताया था कि अगर बारिश ऐसे ही होती रही तो बाढ़ आ सकती है।