ईरान की राजधानी तेहरान एकबार फिर से बम धमाकों से गूंज उठी है। शुक्रवार अल सुबह पश्चिमी तेहरान में विस्फोट की तेज आवाज सुनी गई। विस्फोट की वजह से दो आवासीय इलाकों में बिजली चली गई। विस्फोट की वजह से सोये हुए लोग अचानक से उठ गए। यह विस्फोट किस जगह पर हुआ है, अभी इसका ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है। इस विस्फोट के बाद ईरान में सरकार के सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि इस इलाके में ईरानी सेना के कई ठिकाने हैं और माना जा रहा है कि इस विस्फोट में किसी को निशाना बनाया गया है। अभी तक इस विस्फोट के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि विस्फोट को लेकर एक बार फिर से इजरायल पर सवाल उठ रहे हैं। ईरानी सेना की विशेषज्ञ फबियान हिंज ने कहा, ‘इस इलाके में ईरान के दो अंडरग्राउंड केंद्र हैं। इसमे से एक में केमिकल वेपन पर शोध होता है और दूसरा अज्ञात सैन्य उत्पादन केंद्र है।’
पिछले तीन सप्ताह में ईरान में यह तीसरा बड़ा विस्फोट है। बताया जा रहा है कि यह विस्फोट स्थानीय समयानुसार रात को 3 बजे हुआ। इससे पहले हुए दो विस्फोट ईरान के प्रमुख सैन्य और परमाणु ठिकाने खोजिर में हुए थे जहां देश का सबसे बड़ा मिसाइल उत्पादन केंद्र और नतांज परमाणु ठिकाना है। नतांज में यह हमला सेंट्रीफ्यूज असेंबली की बिल्डिंग में हुआ था।
ईरान ने खोजिर को गैस टैंक में लीक की घटना करार दिया था। वहीं स्वतंत्र विश्लेषकों का कहना है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि यह दुर्घटना थी या हमला था। ईरान ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर नतांज परमाणु केंद्र में हुए विस्फोट का भी विवरण नहीं दिया है। उधर, पश्चिम एशिया के खुफिया अधिकारियों का कहना है कि नतांज परमाणु केंद्र पर हमले के पीछे इजरायल का हाथ था। ईरानी सेना के एक सदस्य ने बताया कि इस हमले में विस्फोटकों का भी इस्तेमाल किया गया था।
ईरान ने पुष्टि की थी कि भूमिगत नतान्ज परमाणु स्थल पर क्षतिग्रस्त हुई इमारत असल में एक नया सेंट्रिफ्यूज केंद्र था। ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने यह खबर दी है। सेंट्रिफ्यूज वह मशीन होती है जिसमें विभिन्न घनत्व वाले द्रवों को या ठोस पदार्थ से तरल पदार्थों को अलग करने के लिए सेंट्रिफ्यूजल फोर्स का इस्तेमाल होता है।
ईरान बोला- हम जवाब जरूर देंगे
ईरान के नागरिक सुरक्षा प्रमुख घोलमरेजा जलाली ने कहा कि साइबर अटैक का जवाब देना हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का हिस्सा है। अगर यह साबित हो जाता है कि साइबर अटैक के जरिए हमारे देश को निशाना बनाया गया है तो हम जरूर जवाब देंगे। ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने इस दुर्घटना के पीछे अपने दुश्मन इजरायल और अमेरिका पर शक जताया था।
मोसाद ने विफल किया हमला
ईरान की धमकी के बाद इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने दावा किया था कि उसने विश्वभर में इजरायली दूतावासों पर हाल ही में किए गए ईरानी हमले को विफल कर दिया है। मोसाद ने कहा कि ये हमले बेहद सुनियोजित तरीके से ईरान की ओर से किए गए थे। इजरायल के चैनल 12 ने कहा कि खुफिया ब्यूरो ने इस ईरानी हमले को विफल किया है।