इससे पहले इंग्लैंड के कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स का टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला गलत साबित होता नजर आया। उनके शीर्ष क्रम के बल्लेबाज शेनोन गैब्रियल और जैसन होल्डर की गेंदों का सामना नहीं कर सके। गैब्रियल ने 62 रन देकर चार और होल्डर ने 42 रन देकर छह विकेट चटकाए। इंग्लैंड के लिए स्टोक्स ने सर्वाधिक 43 रन बनाए। एक समय पर इंग्लैंड के नौ विकेट 174 रन पर गिर गए थे और लग रहा था कि टीम 200 तक भी नहीं पहुंच सकेगी, लेकिन डोम बेस ने नाबाद 31 रन बनाए और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ 30 रन की साझेदारी की।
इंग्लैंड की पारी खत्म होते ही चाय का ब्रेक समय से पहले ले लिया गया। लंच से पहले स्टोक्स को 14 के स्कोर पर लांग लेग में केमार रोच ने जीवनदान नहीं दिया होता तो इंग्लैंड की हालत और खराब होती। लंच के बाद भी उन्हें 32 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब रोच की गेंद पर एक्स्ट्रा कवर में शामार ब्रूक्स ने उनका कैच छोड़ा। स्टोक्स और बटलर ने मिलकर 67 रन बनाये। बटलर 35 के स्कोर पर होल्डर का शिकार हुए जिनका कैच विकेट के पीछे शेन डोरिच ने लपका। जोफ्रा आर्चर के रूप में होल्डर ने पांचवां विकेट चटकाया। मार्क वुड उनका छठा शिकार बने जिनका कैच गली में शाई होप ने लपका। होल्डर ने 20 ओवर में 42 रन देकर छह विकेट चटकाए।
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इससे पहले इंग्लैंड ने कल के स्कोर एक विकेट पर 35 रन से आगे खेलना शुरू किया था। गैब्रियल ने जो डेनले को 18 के स्कोर पर आउट किया और एक फुललैंग्थ गेंद पर ही रोरी बर्न्स (30) को पविलियन भेजा। मैदानी अंपायर ने पगबाधा की अपील पर उन्हे नॉट आउट करार दिया था लेकिन रिव्यू के बाद फैसला बदल गया। उस समय तक इंग्लैंड का स्कोर तीन विकेट पर 34 रन हो गया था।
कप्तान होल्डर ने जाक क्राउले (10) को पविलियन भेजकर इंग्लैंड की मुश्किलें और बढ़ा दी। एक बार फिर मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला दिया था जो रिव्यू पर बदला गया। ओली पोप ने आते ही कवर पर चौका लगाया लेकिन उसके बाद आउट हो गए। होल्डर की गेंद पर उन्होंने विकेट के पीछे कैच थमाया।