अनुज जायसवाल, वाराणसी
वैश्विक महामारी कोरोना काल में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के वासियों ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन की भरपूर मदद की थी। इस नेक पहल में मदद करने वाली तमाम संस्थाओं के प्रतिनिधियों सेे प्रधानमंत्री खुद गुरुवार को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत करेंगे। वह इस दौरान लोगों से ही सामाजिक कार्यों की जानकारी प्राप्त करेंगे।
वैश्विक महामारी कोरोना काल में बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के वासियों ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने में जिला प्रशासन की भरपूर मदद की थी। इस नेक पहल में मदद करने वाली तमाम संस्थाओं के प्रतिनिधियों सेे प्रधानमंत्री खुद गुरुवार को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत करेंगे। वह इस दौरान लोगों से ही सामाजिक कार्यों की जानकारी प्राप्त करेंगे।
100 से अधिक संस्थान, 20 लाख फूड पैकेट्स और 2 लाख राशन किट्स
काशी में काम कर रही विभिन्न 100 से अधिक संस्थाओं ने इस कोरोना काल के दौरान वाराणसी में जरूरतमंदों को लगभग 20 लाख फूड पैकेट्स और दो लाख राशन किट्स का वितरण किया। समाज में सहयोग और मानव सेवा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि अपने अनुभव प्रधानमंत्री के साथ साझा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन के दौरान इनके सामाजिक कार्यां से जुड़े अनुभव की जानकारी प्राप्त करेंगे। वाराणसी के बारे में यह प्रसिद्ध है कि ‘काशी में कोई भूखा नहीं सोता’। काशी नगरी में काशीवासियों ने भोजन वितरण के अतिरिक्त, इन संस्थाओं ने सेनिटाइजर और मास्क आदि का वितरण जैसे अन्य सामाजिक कार्य भी किए। जिला प्रशासन द्वारा इन सभी को कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित भी किया गया।