के साले और उसके बेटे को यूपी एसटीएफ उठा कर ले गई है। ज्ञानेंद्र प्रकाश निगम उर्फ राजू खुल्लर विकास दुबे का साला है। बताया जाता है कि विकास और राजू में कभी गहरी दोस्ती थी। इस वजह से दोनों को एक-दूसरे का घर आना जाना लगा रहता था। घर आने-जाने के क्रम में ही विकास दुबे को राजू खुल्लर की बहन सोनू (अब ऋचा दुबे) से प्यार हो गया। बाद में राजू की बहन से विकास दुबे ने शादी कर ली। उसके बाद से ही दोस्ती में दरार पड़ने लगी।
पुलिस जब राजू खुल्लर और उसके बेटे आदर्श को उठा कर ले गई है, तो विकास दुबे की शरहज पुष्पा निगम ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुष्पा ने कहा है कि अब उस परिवार से हमारा कोई संबंध नहीं हैं। पिछले 15 सालों से हमलोगों ने विकास दुबे के परिवार से कोई बातचीत नहीं की है। 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बारे में हम लोगों को टीवी के माध्यम से पता चला है। इसके बारे में जब पति से जिक्र किया, तो उन्होंने कहा कि हम लोगों को उस परिवार से अब कोई रिश्ता नहीं है।
विकास से थी दोस्ती
ज्ञानेंद्र की पत्नी ने कहा कि मेरे पति कानपुर के शास्त्री नगर के रहने वाले हैं। पहले उनकी विकास दुबे से दोस्ती थी। विकास दुबे ने जब इनकी बहन से लव मैरिज किया था, तो उससे मेरे पति का काफी मनमुटाव हो गया। एक-दो अपराध की घटनाओं में विकास दुबे के साथ मेरे पति का भी नाम आया। विकास के साथ जब इनके नाम जुड़ने लगे, तो मेरे पति ने कानपुर छोड़ दिया और शहडोल में रहने लगे।
शहडोल में हुई मेरी शादी
पुष्पा निगम ने कहा कि मेरी शादी शहडोल में ही हुई है। हम लोग 15 साल परिवार के साथ यहीं रह रहे हैं। हमें कभी कोई दिक्कत नहीं हुई है। सोमवार को दोपहर 1 बजे मेरा बेटा दुकान पर बैठा हुआ था, तब एसटीएफ की टीम आई और उसे पकड़ कर ले गई। इसके बाद मेरे पति जब घर लौट कर आए, तो हमने उन्हें जानकारी दी। उसके बाद हम लोग स्थानीय थाने में टीआई के पास गए।
टीआई ने कहा कि आप लोग परेशान मत होइए, एसटीएफ उसे पूछताछ के लिए ले गई है। पुष्पा निगम ने कहा कि उसके बाद हम लोग शहडोल एसपी से मिलने चले गए। हमारे पति और बेटे को इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही हम यूपी सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि हम लोग हर तरीके से मदद करने को तैयार हैं।
हम लोगों ने कानपुर छोड़ दिया
पुष्पा निगम ने कहा कि इनकी बहन से शादी के बाद ही विकास दुबे से हम लोगों का संबंध खत्म हो गया। हम लोग उसकी वजह से ही कानपुर छोड़ कर यहां आए। अब किसी प्रकार की कोई बातचीत उससे नहीं है।