के खिलाफ जंग में बड़ा हथियार माने जा रहे () के इस महीने के अंत तक मार्केट में पहुंच जाने की उम्मीद है। भारतीय ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने हाल ही में कोरोना मरीजों के लिए इमर्जेंसी केस में इस दवा के उपयोग की अनुमति दी थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत में ही तैयार रेमडेसिवीर जल्द ही उपलब्ध होगा। ‘रेमडेसिवीर ‘ इंजेक्शन एंटी वायरल इंजेक्शन है। यह इंजेक्शन SARS और MERS-CoV जैसी बीमारी के लिए पर कारगर साबित हुआ है, इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बहुत संभावना है कि यह कोरोना पर भी असरकारक साबित होगा।
भारतीय ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI), वीजी सोमानी ने कुछ दिनों पहले ही कोरोना के इलाज के लिए रेमडेसिवीर के उपयोग की अनुमति दे दी थी। यह जानकारी हेल्थ मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेट्री लव अग्रवाल ने दी थी। हालांकि डीसीजीआई की तरफ से इस बात को पूरी तरह साफ किया गया है कि रेमेडिसिवर का उपयोग केवल आपातकालीन स्थिति में ही किया जा सकता है।
मरीजों में हुआ इंप्रूवमेंट
मरीजों पर किए गए तुलनात्मक अध्ययन में यह देखा गया कि जिन मरीजों को सिर्फ स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, उनकी तुलना में उन मरीजों में अच्छा इंप्रूवमेंट हुआ है, जिन्हें स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट के साथ रेमडेसिवीर की डोज लगातार 5 दिन तक दी गईं। इस दवा का कोर्स 5 दिन का है।
इबोला के लिए तैयार हो रही थी दवा
रेमडेसिवीर दवाई का ट्रायल इबोला वायरस के इलाज को ध्यान में रखकर किया जा रहा था। लेकिन यह दवा इबोला के उपचार में किए गए क्लिनिकल ट्रायल को पास नहीं कर पाई थी। इसके चलते इस दवाई को इबोला ट्रीमेंट के लिए उपयोग नहीं किया जा सका।