कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया समेत भारत में भी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में सभी की नजर कोरोना वैक्सीन पर लगी है। वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ ने कहा कि साल के अंत तक COVID-19 वैक्सीन विकसित करने की उम्मीद की जा रही है क्योंकि हम एक “अच्छे और सुरक्षित” वैक्सीन लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कोरोना की जल्द वैक्सीन लाने की अटकलों को खारिज कर दिया। दूसरी ओर, हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में देश की पहली संभावित वैक्सीन ‘’का ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल भी शुरू हो गया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदर पूनावाला मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस की ओर से आयोजित एक कॉम्पैक्ट डायग्नोस्टिक्स मशीन ‘कॉम्पैक्ट एक्सएल’ के लॉन्च के दौरान बोल रहे थे। COVID-19 वैक्सीन बनाने के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए पूनावाला ने कहा कि 2020 के अंत तक SII वैक्सीन लाने की कोशिश कर रहा है। हमें साल के अंत में वैक्सीन बना लेने की पूरी उम्मीद है। हाल में ऐसी खबर सामने आई कि बाजार में जल्द एक वैक्सीन आने वाली है, लेकिन हम कोई भी जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य एक ऐसी वैक्सीन बनाने का है जो सुरक्षित और कारगार हो। जब हमें भरोसा हो जाएगा तब हम भारत और पूरी दुनिया के लिए इसका ऐलान कर देंगे।
भारत पर्याप्त टेस्टिंग नहीं कर रहा
उन्होंने आगे कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है, तब तक टेस्टिंग महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि SII ने MyLabs में निवेश किया है। अदर पूनावाला ने कहा कि पुणे स्थित मॉलिकुलर डायग्नोस्टिक्स फर्म MyLabs में SII ने 100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। पूनावाला ने बताया कि भारत पर्याप्त टेस्टिंग नहीं कर रहा है। ऐसे में एक डर है कि अगर पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़ जाती है तो क्या होगा? मैं कहना चाहूंगा कि टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने पर कोई नुकसान नहीं होगा, क्योंकि यह हमें संक्रमित लोगों का पता लगाने में मदद करेगा।
पूनावाला ने मांगी अनुमति
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदर पूनावाला ने टेस्टिंग किट के निर्यात की अनुमति देने की भी मांग की। उन्होंने बताया कि हमारे पास टेस्टिंग किट बनाने की पर्याप्त क्षमता है। MyLabs प्रति सप्ताह 2 मिलियन किट का उत्पादन कर सकते हैं और भारत में इसकी कोई मांग नहीं है, इसलिए हमें निर्यात करने की अनुमति दें। कहा कि अधिक प्रकोप होने पर भारत के लिए हमारे पास पर्याप्त बफर स्टॉक आसानी से उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि वे सरकार के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
COVID-19 वैक्सीन का ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल NIMS हैदराबाद में शुरू
देश में कोविड-19 की पहली संभावित वैक्सीन ‘कोवाक्सिन’() का ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल मंगलवार को हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में शुरू हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि आज से यहां स्वस्थ व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। उनका ब्लड सैंपल्स और स्वाब सैंपल्स लिए जाएंगे और उसी दिन नई दिल्ली स्थित ICMR लैब को भेजा जाएगा। वहां से रिपोर्ट आने के बाद तेलंगाना का डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन रिपोर्ट की जांच करेगा और फिटनेस सर्टिफिकेट मिलने के बाद वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा।