मध्य प्रदेश में चल रही ऑडियो-वीडियो की राजनीति में के बेटे और भी उतर आए हैं। गुरुवार को उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक पुराना वीडियो ट्वीट करते हुए उन्हें चुनौती दी कि वे इसे गलत साबित करें। वीडियो में शिवराज सिंधिया परिवार को अंग्रेजों का मददगार बताते हुए सुनाई पड़ रहे हैं।
चौहान का यह वीडियो भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम का है। इसमें वे कहते हैं कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ग्वालियर का सिंधिया परिवार अंग्रेजों के साथ खड़ा था।
जयवर्धन सिंह ने ट्वीट कर सीएम को चुनौती दी है कि वे अपने इस बयान को झूठ बता कर दिखाएं। ट्वीट के साथ उन्होंने एक शेर भी लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि झूठ के आगे पीछे दरिया चलते हैं, सच बोला तो प्यासा मर जाएगा।
जयवर्धन से पहले उनके पिता दिग्विजय सिंह ने भी गुरुवार सुबह सीएम चौहान का एक पुराना बयान ट्वीट किया था। शिवराज ने यह ट्वीट 2016 में किया था और इसमें उन्होंने बीजेपी तथा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को भाई-भाई बताया था। दिग्गी ने भी चौहान को चुनौती दी थी कि वे इसे गलत साबित करके दिखाएं और उनके खिलाफ एफआईआर करें।
एमपी में ऑडियो-वीडियो पर राजनीति की शुरुआत बीते रविवार को हुई थी जब दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज का दारू वाला वीडियो ट्वीट किया था। इसके बाद पूरी बीजेपी उनके खिलाफ हमलावर हो गई। दिग्गी के खिलाफ भोपाल में एफआईआर दर्ज कराया गया तो अगले दिन उन्होंने भी शिवराज के खिलाफ ऐसे ही मामले में शिकायत दर्ज करा दी। इसके बाद से प्रदेश में लगातार नए ऑडियो और वीडियो वायरल होने का सिलसिला जारी है।
राजनीति के जानकार ऑडियो-वीडियो की इस राजनीति को शुक्रवार को प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए होने वाली वोटिंग और इसके बाद विधानसभा की 24 सीटों के लिए संभावित उपचुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में दिग्विजय स्वयं कांग्रेस के पहले नंबर के प्रत्याशी हैं।