लद्दाख में चीन की चालबाजियां लगातार जारी हैं। जब बातचीत चल रही थी और सैनिकों को पीछे हटाने की बात हो रही थी, उस समय वह वहां लगातर आपने सैनक बढ़ा रहा था और सैनिक वाहनों की तैनाती कर रहा था। गलवान घाटी से सैनिकों को हटाने के लिए भारत से बातचीत के बीच ही ड्रैगन ने वहां सैकड़ों सैनिकों और निर्माण के काम में आने वाले उपकरणों को तैनात कर दिया है। ताजा सैटलाइट तस्वीरों में चीन की चाल साफ दिख रही है। बता दें कि सोमवार रात यहां पर चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जबकि चीन के 40 जवान मारे गए थे।
गलवान में चीन की चाल जारी
बता दें कि तनाव कम करने के लिए बुधवार को मेजर जनरल लेवल स्तर की बातचीत फिर से असफल रही थी। इससे साफ पता चल रहा है कि चीन गलवान घाटी से अपने सैनिकों को नहीं हटाना चाहता है। आने वाले दिनों में और बातचीत हो सकती है लेकिन जमीनी स्थिति जस की तस बनी हुई है तनाव बरकरार है।
लगातार धोखा दे रहा है चीन
सूत्रों ने बताया कि चीन अपनी बातों से लगातार मुकर रहा है। पहली की बातचीत में इसपर सहमति बनी थी कि दोनों पक्ष मौजूदा जगह से एक किलोमीटर पीछे हटेंगे और वहां का इलाका खाली छोड़ देंगे। पर चीन ने इस क्षेत्र में इसके उलट अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है और पेट्रोल पॉइंट 14 के करीब लगातार सैनिकों को तैनात करना जारी रखे हुए है।
पढ़ें, सैटलाइट इमेज में चीन की चाल दिख रही है
पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के करीब 800 जवानों ने भारतीय जवानों पर हमला किया था। इस हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। मंगलवार को लिए गए सैटलाइट तस्वीरों से साफ पता चलता है कि सैनिकों को लाने वाले वाहन, भारी कंस्ट्रक्शन उपकरण और टेंट लगाए गए हैं। सैटलाइट इमेज एक्सपर्ट कर्नल विनायक भट्ट (रि.) ने कहा कि चीन गलवान घाटी और श्योक नदी के करीब कब्जा करना चाहता है। श्योक नदी के करीब भारत सड़क बना चुका है।
ऐसी ही खबरें गोगरा पोस्ट के पास से भी मिल रही है। यहां चीनी सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के दो किलोमीटर अंदर तक घुस गई है। भारत ने यहां चीनी सेना को रोकने के लिए पर्याप्त तैनाती कर दी है। इसके अलावा पेंगौंग शो झील के करीब फिंगर इलाके में भी तनाव है। यहां भी चीनी सैनिक बड़ी संख्या में तैनात हैं। सूत्रों ने बताया कि कई अन्य इलाकों में चीनी सैनिक हाईपावर रायफल्स के साथ तैनात हैं।