अमेरिका के बाद ब्रिटिश सैनिकों की तैनाती को लेकर चीन ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। चीन के सरकारी समाचारपत्र ग्लोबल टाइम्स ने ब्रिटेन को धमकी देते हुए उसे अमेरिका का गुर्गा करार दिया। सरकारी मीडिया ने कहा कि ब्रिटेन चीन के खिलाफ एक और अफीम युद्ध की तैयारी कर रहा है। बता दें कि अफीम युद्ध में ब्रिटेन ने चीन से हॉन्ग कॉन्ग सहित आसपास के बड़े इलाके को छीन लिया था।
ब्रिटेन अवसरवादी, चीन के संबंधों का उठाया फायदा
ग्लोबल टाइम्स ने ब्रिटेन को अवसरवादी करार देते हुए कहा कि उसने अच्छे समय में चीन से खूब फायदा कमाया और अब हमें वैश्विक खतरा करार दे रहा है। अखबार ने पूछा कि चीन हजारों किलोमीटर दूर अटलांटिक महासागर में स्थित एक देश के लिए कैसे खतरा हो सकता है। उल्टा चीनी मीडिया ने ब्रिटेन पर उपनिवेशवादी और विस्तारवादी होने का आरोप लगा दिया।
यह 19वीं सदी का चीन नहीं, हमारी ताकत ज्यादा
ब्रिटेन को चेतावनी देते हुए ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि यह 19वीं सदी नहीं है। चीन ने अपने सैन्य ताकत को तेजी से विकसित किया है। इतना ही नहीं, बड़बोलापन दिखाते हुए ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि चीन ने पिछले पांच साल में पूरी ब्रिटिस नेवी से ज्यादा अपना विस्तार किया है। लेकिन, चीन यह भूल गया कि उसी नौसेना युद्ध के मामले में अभी भी अनाड़ी है।
चीन के साथ व्यवहार को लेकर दी चेतावनी
ग्लोबल टाइम्स ने ब्रिटेन को समझाइश देते हुए कहा कि उसे यह पता लगाने की जरूरत है कि चीन के साथ कैसा व्यवहार किया जाए। चीन की अगुवाई में पूर्वी एशियाई देशों ने दशकों के तीव्र विकास और समृद्धि को अपनाया है। हालाँकि, ऐसा लगता है कि यूके और कुछ अन्य पश्चिमी देशों ने अपनी सोच में कोई प्रगति नहीं की है। चीन का सामना करना ब्रिटेन को उसके पुराने गौरव को वापस पाने में मदद नहीं कर सकता।
चीन से निपटने के लिए ब्रिटेन एशिया में भेज रहा सैनिक
फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के खतरे से निपटने लिए अमेरिका का करीबी सहयोगी ब्रिटेन भी एशिया में अपने सैनिक भेज रहा है। ब्रिटेन की सेना का मानना है कि एशियाई सहयोगी देशों के साथ नजदीकी संबंध रखकर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करके और स्वेज नहर के पास और ज्यादा सैनिक तैनात करके चीन पर नकेल कसा जा सकता है। इसके लिए ब्रिटेन के तीनों ही सेनाओं के प्रमुख मंत्रियों से मिले थे। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के खात्मे के बाद दुनिया में आर्थिक संकट, विवाद और लड़ाई बढ़ जाएगी।
रॉयल नेवी की तैनाती करेगा ब्रिटेन
ब्रिटेन के सेना प्रमुखों की बैठक में चीन के खतरे पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई। ब्रिटेन में चीन के साथ संबंधों को नए सिरे से पारिभाषित करने पर जोर दिया जा जा रहा है। इसके अलावा ताइवान के साथ संबंध को मजबूत करने जोर दिया जाएगा। इसके लिए ब्रिटेन दक्षिण कोरिया और जापान के साथ संबंध को और ज्यादा मजबूत करेगा। ब्रिटेन की रॉयल नेवी ने ऐलान किया है कि वह स्थायी रूप से स्वेज नहर के पूर्व में कुछ हजार कमांडो हमेशा के लिए तैनात कर रही है। इन्हें संकट के समय कभी भी तैनात किया जा सकेगा। बता दें कि स्वेज नहर दुनिया का सबसे व्यस्त मार्ग है और चीन का बड़े पैमाने पर सामान इसी रास्ते से यूरोप जाता है।