
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि डीआरडीओ, गृह मंत्रालय, टाटा संस इंडस्ट्रीज और कई अन्य संगठनों के सहयोग से इस अस्पताल का निर्माण सिर्फ 12 दिन में कराया गया है।
सिंह ने बताया कि WHO की गाइडलाइंस के साथ यहां 250 से अधिक ICU यूनिट्स उपलब्ध कराए गए हैं।
डीआरडीओ की ओर से बनाए गए सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड-19 अस्पताल का दौरा करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से भी बात की। अधिकारियों ने बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल कोविड-19 अस्पताल में क्या-क्या सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड-19 अस्पताल का ऑपरेशन शुरू हो गया है। कोरोना संकट को देखते हुए डीआरडीओ ने 1000 बेड वाले इस अस्थायी अस्पताल का निर्माण केवल 12 दिनों में किया। अस्पताल में सभी मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। ऑक्सीजन, पीपीई किट, वेंटिलेटर, कोरोना टेस्ट सुविधा और दूसरे लैब की सुविधा उपलब्ध है।
रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, टाटा संस, दिल्ली सरकार समेत कई अन्य संगठनों के संयुक्त प्रयास से दिल्ली में अस्पताल तैयार किया गया। इसमें कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
डीआरडीओ अस्पताल में डॉक्टर लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानितकर ने बताया कि डॉक्टर, नर्सिंग अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ समेत पहले महीने में 600 सेना के जवानों की टीम अस्पताल में तैनात की गई है। रोगियों की संख्या के अनुसार इसमें जरूरी बदलाव किया जाएगा।
DRDO के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए सभी सुविधाएं निःशुल्क हैं। साथ ही सेना के जवान अपनी सेवाएं 24×7 प्रदान करेंगे। सरदार वल्लभभाई पटेल COVID-19 अस्पताल के निर्माण के लिए एक कचरा डंपिंग ग्राउंड को साफ और समतल किया गया। इसके बाद इसे तैयार किया गया।
जी सतीश रेड्डी ने कहा कि डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब तक 70 मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स बनाए हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम हर महीने करीब 25,000 वेंटिलेटर का निर्माण कर सकते हैं। हम उन्हें भी निर्यात करने के लिए तैयार हैं।
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी अस्पतालों में बेड की कोई कमी नहीं है, हमारे पास 15,000 से अधिक बेड हैं। जिनमें से सिर्फ 5300 ही इस्तेमाल में है। हालांकि, आईसीयू बेड की कमी है, लेकिन अगर कोरोना मामले बढ़ते हैं तो ये ICU बेड हमारे लिए काफी अहम साबित होंगे।