उत्तर प्रदेश के का मुख्य आरोपी विकास दुबे आज तक कभी भी टॉप-25 अपराधियों की सूची में नहीं रहा। आज स्थिति यह है कि उसे 75 जिलों की पुलिस तलाश रही है। एक रात में ही दुबे यूपी का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी बन गया है। अपराध की दुनिया में तीन दशक तक वर्चस्व कायम रखने वाले शातिर विकास को पकड़ने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। जानकारों का कहना है कि विकास मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है। ऐसे में यदि वह बिना मोबाइल कहीं चला गया तो उसे पकड़ना आसान नहीं होगा। दूसरी आशंका उसके भेष बदलने की है।
विकास के मिजाज को जानने वाले कहते हैं कि वह भेष बदल किसी दूसरे प्रदेश में खेतों में मजदूरी या चने बेचने जैसे काम भी कर सकता है। गांव के विकास ने राजू खुल्लर नाम के शातिर अपराधी की बहन से प्रेम विवाह किया था। राजू फिलहाल मध्य प्रदेश में रहता है। वहां वह भूसे का बड़ा कारोबारी है। यूपी से रोजाना सैकड़ों ट्रक भूसा राजू के यहां भेजा जाता है। कुछ साल पहले एक आपराधिक केस में राजू जब जेल चला गया था तो विकास को एक मुकदमे में पुलिस तलाश रही थी।
एमपी या राजस्थान हो सकती है लोकेशन
गुपचुप विकास मध्य प्रदेश में राजू के ससुराल जाकर रुक गया और बतौर व्यापारी काम करता रहा। यूपी में पुलिस को इस बात की भनक बहुत बाद में लगी। बताते हैं कि विकास के राजस्थान के एक नेता से बेहद अच्छे संबंध है। इस बार भी शर्तिया तौर पर विकास को उस नेता का समर्थन मिलेगा। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि विकास यदि यूपी के बाहर है तो उसकी लोकेशन मध्य प्रदेश या राजस्थान में हो सकती है। इस तिलिस्म को तोड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी।
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नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट
बता दें कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए नोएडा से लेकर नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट कर दिया गया है। यूपी पुलिस और एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। विकास के परिवार के लोगों समेत करीब 500 करीबियों के मोबाइल फोन पुलिस ने सर्विलांस पर ले रखे हैं। उसके करीबी पुलिसकर्मियों की भी निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही विकास के ऊपर इनाम की राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है।
यूपी का मोस्ट वॉन्टेड
बता दें कि जिस विकास दुबे को आज यूपी की पूरी पुलिस मिलकर तलाश रही है वह कभी यूपी के टॉप-25 अपराधियों की सूची में ही नहीं रहा। आज स्थिति यह है कि पूरे 75 जिलों की पुलिस विकास दुबे की तलाश में लगी हुई है। यूपी एसटीएफ समय-समय पर प्रदेश के कुख्यात अपराधियों की फेहरिस्त जारी करती है। इसमें उनकी गतिविधियों और वह वर्तमान में जेल में हैं या बाहर इसका जिक्र होता है। हाल ही में एसटीएफ ने ऐसी ही 25 अपराधियों की सूची जारी की थी जिसमें विकास दुबे का नाम नहीं है।
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ये अपराधी लिस्ट में
इस सूची में मुख्तार अंसारी, उमेश राय उर्फ गौरा राय, त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, अतीक अहमद, खान मुबारक, मोहम्मद सलीम, मोहम्मद शोहराब, मोहम्मद रुस्तम, ओमप्रकाश उर्फ बबलू श्रीवास्तव, बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर, ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह, मुनीर, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, सुंदर भाटी उर्फ नेता, अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, अनिल भाटी, सिंह राज भाटी, सुशील उर्फ मूंछ, अंकित गुर्जर, अमित कसाना, आकाश जाट, ऊधम सिंह, योगेश भदौड़ा और अजीत उर्फ हप्पू का जिक्र किया गया है।
इसके अलावा लल्लू यादव, अजय सिंह उर्फ अजय सिपाही, रमेश सिंह उर्फ काका, संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी, मुलायम यादव, राजेश यादव, बच्चा यादव और दिलीप मिश्रा का भी नाम है।