कानपुर के हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम पर हमले के बाद से फरार चल रहे विकास दुबे का घर जेसीबी से ढहाया जा रहा है। यह वही जेसीबी है जिससे विकास दुबे ने पुलिस को गुमराह करके हमला किया था। अवैध कब्जे का मामला बताया जा रहा है। चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। एसटीएफ उनसे पूछताछ कर रही थी।
विकास दुबे का किलेनुमा घर बिकरू गांव में स्थित है, जहां से उसने पुलिस पर गोली चलाई थीं। पुलिस ने विकास दुबे का सुराग देने वाले को 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है।
कई पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध
विकास दुबे और उसके गैंग ने गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात घात लगाकर पुलिस की टीम पर हमला किया था। इस हमले में यूपी पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए थे। इस मामले में अब कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं। जांच के लिए गठित की गई एसटीएफ कई पुलिसवालों से भी पूछताछ कर रही है। इनकी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है।
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पुलिस ने घर को कर दिया था तहत-नहस
यह भी कहा जा रहा है कि चौबेपुर पुलिस थाने या किसी विश्वस्त सूत्रों से ही विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी मिली थी। इससे पहले शुक्रवार को बिकरू गांव स्थित विकास के घर को पुलिस ने तहस-नहस कर दिया था। घर में सारा सामान उलट-पलट करने के बाद खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए थे।
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घर में रहते हैं बीमार पिता
अंदर घुसते ही एक कमरे में विकास के बीमार पिता बेड पर लेटे हुए थे। काफी कोशिशों के बावजूद वह बात नहीं कर पाए। बताया जाता है कि उन्हें बोलने में कुछ दिक्कत है। घर के आंगन में मौजूद नौकरानी रेखा के साथ उसके 2 बच्चे मौजूद थे। रेखा का दावा है कि रात में विकास घर पर नहीं थे। न ही कोई बाहर से आया था।
बिकरू गांव के बीचोबीच बने विकास के घर को एक तरह का किला ही कहा जा सकता है। घर के चारों तरफ आंगन के अलावा 12 फुट ऊंची दीवारों पर कंटीली बाड़बंदी भी कराई गई थी। घर में आने-जाने के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। घर के ऊपर बनी छत पर जाने के दो रास्ते हैं।
घर का कोई हिस्सा खुला नहीं
बाहर के अलावा एक रास्ता घर के अंदर से है। घर का कोई भी हिस्सा खुला नहीं है। कहीं खिड़कियां तो कहीं लोहे के जाल या ग्रिल लगी हैं। बाहर से कोई भी विकास के घर में नहीं झांक सकता है। सूत्रों के अनुसार, वारदात के बाद जाते वक्त विकास सीसीटीवी कैमरों के रेकॉर्डर उखाड़ ले गया।
कुछ नहीं बता रहे ग्रामीण
पुलिस ने गांव के जिन लोगों को हिरासत में लिया था, वे घंटों बैठाने के बावजूद कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे। बाद में पुलिस ने सभी को थाने भेज दिया था। देर शाम कानपुर और कानपुर देहात में विकास के कई रिश्तेदारों के घर पुलिस ने छापेमारी कर पूछताछ की थी।
कानपुर से सटे चौबेपुर के बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुए एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में गिरोह के दो हमलावर भी मारे गए हैं जबकि विकास दुबे फरार हो गया। विकास के खिलाफ कानपुर के थाने में 60 एफआईआर दर्ज है।
जेसीबी लगाकर रोका था पुलिस का रास्ता
शुक्रवार को एक मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस बिकरु गांव गई थी। इसी समय विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया। जैसे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़े तो विकास के गुर्गों ने तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग शुरू कर दी।